भोपाल।ब्रिटेन से निकले कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन का खौफ पूरी दुनिया को है, पिछले साल तक लोग कोरोना वैक्सीन का इंतजार करते रहे, पर अब जब देश को वैक्सीन की मिल गई है तो ब्रिटेन का नया वायरस लोगों के सामने चुनौती बन गया है. कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर डॉक्टर जेपी पालीवाल का कहना है कि ये स्ट्रेन खतरनाक है. लोगों को इससे सतर्क रहने की जरूरत है.
कोरोना के नए स्ट्रेन से सतर्क रहने की जरूरत डॉक्टर की राय नए स्ट्रेन से रहें सतर्क
डॉक्टर जेपी पालीवाल का कहना है कि वैक्सीन आने के बाद लोग इस भ्रम में हैं कि कोरोना का खतरा टल गया है, लेकिन ऐसा नहीं है. कोरोना का खतरा दस माह बाद भी उतना ही है. जितना शुरुआती दौर में था, बल्कि अब और बढ़ गया है क्योंकि लोग धीरे-धीरे लापरवाह हो रहे हैं, कोई मास्क नहीं लगा रहा है. यहां तक की भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. डॉक्टर का कहना है कि लोगों को अब नए स्ट्रेन से और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
ये हैं नए स्ट्रेन के लक्षण
डॉक्टर का कहना है कि जब कोई वायरस रूप बदलता है तो उसके लक्षण में परिवर्तन होता है. स्ट्रेन कोरोना का नया रूप है. इसके लक्षण में भी सर्दी-जुकाम शामिल है, इसके अलाव सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी का एहसास होना और उल्टी-दस्त कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण हैं. उन्होंने बताया कि इस वायरस का सकारात्मक पहलू यह है कि इसकी घातक क्षमता कम है, जबकि नकारात्म पहलू ये है कि पुराने कोरोना संक्रमण के मुकाबले नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत तेजी से फैलता है.
ऐसे रहें सुरक्षित
उनका कहना है कि जो सतर्कता हम कोरोना के लिए शुरुआती समय में अपना रहे थे, उसे अब भी जारी रखने की जरूरत है. मास्क ही कोरोना का सबसे जरूरी उपचार है, सामाजिक दूरी बनाए रखें. हमेशा मास्क पहनकर रखें, सर्दी का मौसम है. इसलिए गर्म कपड़ों का उपयोग करें, बिना वजह यात्रा से बचें और खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें. इस तरह की सतर्कता के साथ हम किसी भी वायरस से लड़ सकते हैं.
नए स्ट्रेन से लड़ने के लिए प्रशासन भी सख्त
कोरोना के नए स्ट्रेन से निपटने के लिए राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन भी सख्त है. प्रदेश में पिछले दिनों 300 से अधिक यात्री ब्रिटेन से लौटे हैं, जिनकी कोरोना जांच की गई, जिनमें पांच यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनकी जांच रिपोर्ट दिल्ली भेजी गई है. प्रशासन इस मामले में कोई ढिलाई न देते हुए बाहरी यात्रियों के लिए आदेश जारी किए है. जो भी यात्री अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर आएगा. उसे होम आइसोलेट नहीं किया जाएगा, बल्कि उन यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया जायगा.