भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम पर राज्यपाल लालजी टंडन को फोन लगाने वाले विंग कमांडर कुलदीप बघेला और डॉक्टर चंद्रेश शुक्ला को जिला न्यायालय ने देर शाम जेल भेज दिया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों से कई मामलों को लेकर पूछताछ की है. जिसमें पता चला है कि राजभवन के नाम का उपयोग कर फायदा उठाया गया है. जिसे लेकर पुलिस जांच कर रही है.
आरोपी डॉक्टर और विंग कमांडर को न्यायालय ने भेजा जेल
शुक्रवार को पुलिस रिमांड खत्म होने पर दोनों ही आरोपी विंग कमांडर कुलदीप बघेला और डॉक्टर चंद्रेश शुक्ला को न्यायाधीश पुष्पक पाठक की कोर्ट में पेश किया गया था. अब 20 जनवरी को दोबारा इन लोगों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. तब तक यह दोनों ही आरोपी जेल में ही रहेंगे. इन दोनों ही आरोपियों से पूछताछ करने के लिए पुलिस के द्वारा तीन बार रिमांड पर लिया गया था. इस अवधि के दौरान डॉ चंद्रेश से जुड़े हुए कई मामलों का खुलासा हुआ है.
वहीं अब दोनों ही आरोपियों की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है क्योंकि राज्यपाल को फोन लगाने के चलते राजभवन अब एक और सख्त कार्रवाई करवाने की तैयारी में जुट गया है. मेडिकल यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद से डॉक्टर चंद्रेश शुक्ला की सदस्यता भी बर्खास्त की जाएगी. इस संबंध में राजभवन ने निर्णय ले लिया है कि जल्द मेडिकल यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद को इस संबंध में पत्र लिख सूचित किया जाएगा और आरोपी डॉक्टर की सदस्यता बर्खास्त करवाई जाएगी.
बता दें कि करीब 1 सप्ताह पहले राज्यपाल लालजी टंडन को विंग कमांडर कुलदीप के द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बनकर फोन किया गया था. कुलदीप ने डॉक्टर चंद्रेश को जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त करने के लिए राज्यपाल को कहा था. लेकिन राज्यपाल लालजी टंडन को शंका होने पर उन्होंने इसका सत्यापन कराने के लिए कहा था. जिसमें खुलासा हुआ कि अमित शाह के कार्यालय या निवास किसी भी प्रकार का फोन नहीं किया गया है.
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