भोपाल। एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. जेपी अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर की गई शिकायत पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने संज्ञान लेते हुए औचक निरीक्षण किया. उस दौरान मंत्री जी को कई तरह की अव्यवस्थाएं उनके सामने उजागर हो गई. जिसे देखते हुए उन्होंने सुबह ही इस बात का ऐलान कर दिया था कि जल्द से जल्द इस अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधार किया जाएगा, शाम होते-होते सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए जयप्रकाश अस्पताल के अधीक्षक को तत्काल पद से हटा दिया है.
खबर का असर: जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके तिवारी को पद से हटाया
भोपाल में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. जेपी अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर की गई शिकायत पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जेपी अस्पातल के अधीक्षक को तत्काल पद से हटा दिया है. इस मामले से जुड़ी खबर ईटीवी भारत ने दिखाई थी.
इस संबंध में स्वास्थ्य सेवाएं संचनालय की अपर संचालनालक सपना एम लोवंशी के द्वारा आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. जिसके तहत बताया गया है कि प्रभारी सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जयप्रकाश चिकित्सालय भोपाल डॉक्टर आरके तिवारी चिकित्सा विशेषज्ञ को तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर करते हुए उन्हें जयप्रकाश चिकित्सालय में केवल डॉक्टर के पद पर ही पदस्थ किया गया है. वहीं जय प्रकाश चिकित्सालय में चिकित्सा विशेषज्ञ राकेश श्रीवास्तव को अब जय प्रकाश चिकित्सालय का अधीक्षक बनाया गया है.
दरअसल, ईटीवी भारत ने दो दिन पहले ही एक कोरोना संक्रमित मरीज महिला की मौत की खबर को प्रसारित की थी, इस दौरान संक्रमित महिला की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया था कि जयप्रकाश अस्पताल की अव्यवस्थाओं के कारण ही उनकी मां की मौत हुई है, क्योंकि उन्हें इस दौरान सही ढंग से उपचार नहीं दिया गया, बल्कि उनकी मां की मृत्यु हो जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को ही पीपीपी किट देकर शव को पैक करने को कहा गया. हालांकि अस्पताल प्रबंधन बाद में इस मामले में पल्ला झाड़ते नजर आया था, लेकिन इस मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार सुबह अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान भी एक महिला के द्वारा मंत्री से शिकायत की गई कि यहां पर भारी अव्यवस्था फैली हुई है और उसके संक्रमित पति को अस्पताल के द्वारा खाना भी नहीं दिया जा रहा है, बल्कि मजबूरी में उसे कोविड वार्ड में जाकर पति को खाना खिलाना पड़ता है.