भोपाल। नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए 3 माह बीत चुके हैं लेकिन अब तक विद्यार्थियों को विभाग की तरफ से ड्रेस वितरित नहीं किया जा सका है. सरकार ने इस साल से ली हुई ड्रेस वितरित करने के बजाय, अभिभावकों के खाते में रुपए भेजने का फैसला लिया है. प्रदेश में प्रत्येक विद्यार्थी को 600 रुपये दिए जाना तय हुआ था. जिसके लिए सरकार को करीब 200 करोड़ रुपए से अधिक के बजट की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई सुगबुगाहट दिखाई नहीं दे रही है.
तीन महीने बीत जाने के बाद भी छात्रों को नहीं मिली युनिफॉर्म, अधिकारी दे रहे हैं गोलमोल जवाब
शैक्षणिक सत्र शुरु हुए तीन महीने बीत गए हैं, लेकिन अब तक छात्रों को स्कूल युनिफॉर्म नहीं मिल पाई है और ना ही छात्रों के अभिभावकों के खाते में पैसा जमा हो पाया है. जिसके चलते बच्चे कैजुअल ड्रेस में स्कूल आने को मजबूर हैं.
पिछले शैक्षणिक सत्र की तरह इस साल भी शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को स्कूल ड्रेस मिलने में देरी होना तय दिखाई दे रहा है. सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म वितरित करने के लिए नई योजना बनाई थी. जिसके तहत विद्यार्थियों के खाते में ड्रेस का पैसा जाना था, लेकिन 3 माह बीत जाने के बाद ना तो ड्रेस का पैसा खाते में आया है और ना ही ड्रेस छात्रों को मिली है. बच्चे पुरानी ड्रेस से ही काम चला रहे हैं या फिर केजुअल ड्रेस में स्कूल आने पर मजबूर है.
जिला शिक्षा अधिकारी केपीएस तोमर ने बताया कि जिला परियोजना समन्वयक मॉनिटरिंग कर रहा है. जिन स्कूली छात्रों को ड्रेस की राशि नहीं मिली है. ऐसे स्कूलों का परीक्षण कर उन्हें जल्द ही ड्रेस की राशि उपलब्ध कराई जाएगी. बता दे, राज्य शिक्षा केंद्र ने पिछले शैक्षणिक सत्र में स्व सहायता समूहों से स्कूल ड्रेस सिलवाई गई थी. लेकिन ड्रेस मैटेरियल की खरीदी में ही पूरा सत्र निकल गया था.