भोपाल। राजधानी के समन्वय भवन में राजपूत समाज का 'आत्मरक्षक बेटियां' कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा मुख्य अतिथि ये रूप में शामिल हुईं. कार्यक्रम में साध्वी प्रज्ञा ने बेटियों के पैर पूजकर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने अपने विरोधियों का नाम लिए बिना निशाना साधा.
मीडिया को लेकर कही यह बात
सांसद साध्वी प्रज्ञा का कहना है कि 'मैं सत्य बोलती हूं, जो हमारे देश के दुश्मनों को पसंह नहीं आता. जिसके बाद वे मीडिया को पैसे के दम पर खरीद लेते हैं और मीडिया भी उनकी ही भाषा बोलने लगती है'.
मीडिया पर फूट प्रज्ञा का गुस्सा
साध्वी प्रज्ञा का कहना है कि क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, बुरा नहीं लगता, ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो तो बुरा नहीं लगता, वैश्य को वैश्य कह दो तो भी बुरा नहीं लगता. लेकिन शुद्र को शुद्र कह दो तो बुरा लग जाता है। आखिर इसका कारण क्या है. उनका कहना है कि परिपेक्ष में जो राष्ट्रीय रक्षा के लिए काम करें वे क्षत्रिय है और जो भगवा का अपमान करता है वो ना तो हिंदू हो सकता है और ना ही क्षत्रिय हो सकता है. उनका कहना है कि मेरे बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर दिखाया था.
प्रज्ञा का मीडिया पर फूटा गुस्सा 'बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से आगे हैं'
साध्वी प्रज्ञा ने अपने संबोधन में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कहा महिलाएं आत्मनिर्भर बने इसके लिए हमारी सरकार काम कर रही है. महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. आज की तारीख में बेटियां हर मामले में बेटों से आगे हैं उन्होंने कहा हमें गर्व है कि राजपूत समाज बेटियों को आत्म रक्षक बनाने के लिए प्रशिक्षण देने की शुरुआत कर रही है. यह एक अनोखी पहल है. इससे बेटियां समाज में आगे बढ़ेंगी और बिना किसी डर और भय के आत्मनिर्भर होकर जिएंगी.