भोपाल। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां लगातार तेज होती जा रही हैं. इस दौरान राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साधने में भी पीछे नहीं हैं. ताजा मामला कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से जुड़ा हुआ है, क्योंकि प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के द्वारा जो वचन पत्र जारी किया गया है, उसमें कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की फोटो को तो स्थान दिया गया है, लेकिन इस वचन पत्र से राहुल गांधी नदारद हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव इसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि, राहुल गांधी की विश्वसनीयता पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है. यही वजह है कि, अब राहुल गांधी को कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में स्थान नहीं दिया है. वहीं कांग्रेस ने बचाव करते हुए कहा कि, जो वचन पत्र 28 विधानसभा के लिए अलग-अलग तरह से जारी किए गए हैं, ये केवल मिनी वचन पत्र है. मुख्य वचन पत्र कुछ दिनों के बाद जारी किया जाएगा. जिसमें सभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीर को स्थान दिया जाएगा.
बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि, 'कांग्रेस का उपचुनाव को लेकर जारी किया गया वचन पत्र यानी 'कपट पत्र' में राहुल गांधी का चित्र ना होना यह बताता है कि, किसानों का 10 दिनों में कर्जा माफ करने का जो वादा उन्होंने किया था, वो पूरा नहीं हुआ है. इसीलिए राहुल गांधी का चित्र प्रदर्शित करने से कांग्रेस बचना चाह रही है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि, कांग्रेस पार्टी के द्वारा विधानसभावार मिनी वचन पत्र जारी किए गए हैं. इसलिए उसमें प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष की फोटो लगाई गई है. इसमें अन्य नेताओं के चित्रों के साथ विस्तृत वचन पत्र जो कि प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए होगा, वो जल्द ही जारी किया जाएगा. उसमें सभी बड़े नेताओं के फोटो होंगे. बीजेपी को केवल खुद का घर संभालना चाहिए, जहां आज ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीरों से किनारा किया गया है. क्योंकि बीजेपी धीरे-धीरे समझ चुकी है कि, सिंधिया उनके लिए एक बोझ हैं. जनता उन्हें गद्दार समझ रही है और आने वाले समय में बीजेपी के अंदर सिंधिया पूरी तरह से दरकिनार हो जाएंगे. ये स्पष्ट रूप से अब दिखाई देने लगा है. इसीलिए प्रचारकों में उन्हें स्थान नहीं दिया गया है.