भोपाल। कर्ज के बोझ तले दबे रायसेन जिले के एक किसान ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद एमपी की सियासत गरमाती नजर आ रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने किसानों की आत्महत्या के लिए कमलनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, तो जबाव में कृषि मंत्री सचिन यादव ने कमलनाथ सरकार का बचाव करते हुए कहा कि किसानों को लूटने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी.
किसान की आत्महत्या पर गरमाई सूबे की सियासत बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन अब तक कर्ज माफ नहीं किया गया, जिससे किसानों का बजट बिगड़ रहा है और किसान आत्महत्या कर रहे हैं. पूरे प्रेदश में सरकार के खिलाफ आक्रोश है.
कैलाश विजयवर्गीय के आरोपों के बाद मंत्री सचिन यादव ने कहा कि पिछले 15 सालों में मध्यप्रदेश में करीब 21 हजार किसानों ने आत्महत्या की है. सचिन यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार के दौरान किसानों की आत्महत्याओं को देखते हुए कमलनाथ सरकार ने ऋणमाफी योजना शुरू की है, जिससे किसानों का कर्ज माफ हो सके. उन्होंने ये भी कहा कि जो भी सूदखोर किसानों को परेशान करते हैं, उनके खिलाफ सरकार सख्ती बरतेगी.
ये था मामला
बता दें कि रायसेन जिले के सिलवानी में एक बुजुर्ग किसान ने कर्ज से परेशान होकर जान दे दी है. मृतक का नाम तुलसीराम साहू उम्र 60 वर्ष थी. किसान साहूकार से लिए कर्ज से परेशान था, जिसके चलते किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. कमलनाथ सरकार की घोषणा के मुताबिक उसके बैंक का दो लाख रुपये का कर्ज भी अभी तक माफ नहीं किया गया था.