भोपाल।नाबालिग बच्चियों के साथ यौन शोषण के आरोपी और तथाकथित पत्रकार प्यारे मियां अब पुलिस की गिरफ्त में है. लेकिन प्यारे मियां का राजनीतिक रसूख भी कुछ कम नहीं था. प्रदेश के दोनों प्रमुख दल बीजेपी हो या कांग्रेस, प्यारे मियां की दोनों पार्टियों में जबरदस्त पकड़ थी.
ऐसा है प्यारे मियां का राजनीतिक रसूख बताया जाता है कि प्यारे मियां कभी भोपाल की एक प्रिंटिंग प्रेस में चपरासी हुआ करता था. इसके बाद ऑपरेटर बना, फिर हॉकर और फिर कुछ रसूखदारों की मदद से उसने खुद का अखबार निकालना शुरु कर दिया और इस तरह वह खुद भी एक पत्रकार बन गया. लेकिन यहां बड़ा सवाल यह है कि कभी 400 रुपए महीने की नौकरी करने वाले प्यारे मियां ने आखिकार देखते ही देखते राजधानी भोपाल में करोड़ों की संपत्ति कैसे बना ली.
सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ प्यारे मियां राजनीतिक हस्तियों के साथ वायरल हुईं प्यारे मियां की तस्वीरें
प्यारे मियां का रसूख देखने के बाद हमें भी यह जानने की जरूरत महसूस हुई कि आखिरकार प्यारे मियां किस किसके प्यारे थे. वह कौन हैं जो प्यारे मियां को फर्श से अर्श पर बैठाने की ताकत रखता है. जिसने एक अखबार के दम पर करोड़ों रुपए कमा लिए.
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के साथ प्यारे मियां प्यारे मियां के बढ़ते साम्राज्य के पीछे की एक बड़ी वजह उनका राजनीतिक रसूख हो सकता है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ये तस्वीरें खुद इस बात की गवाही दे रही हैं. जिसमें वे प्रदेश के तमाम बड़े दिग्गजों के साथ नजर आ रहे हैं.
पूर्व मंत्री सचिन यादव के साथ प्यारे मिया पत्रकार होने के नाते प्यारे मियां की सिर्फ किसी एक पार्टी में नहीं बल्कि सूबे की दोनों ही बड़ी पार्टियों में अच्छी पकड़ थी. चाहे मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हों या फिर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह या प्रदेश की अन्य राजनीतिक हस्तियां प्यारे मियां हर सियासी शख्सियतों के साथ नजर आए हैं.
पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर से हाथ मिलाता प्यारे मिया हालांकि इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद, कांग्रेस आरोप लगा रही है कि प्यारे मियां की काली करतूतों की न्यायिक जांच सिर्फ इसलिए नहीं हो रही है, क्योंकि न्यायिक जांच हुई तो बीजेपी नेता भी सलाखों के पीछे नजर आएंगे. तो वही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि न्यायिक जांच हो रही है, जो भी आरोपी निकलेगा उस पर कार्रवाई होगी. हालांकि नेताओं के साथ प्यारे मियां की यह मुलाकातें बतौर पत्रकार ही हुई हैं.
पूर्व सांसद आलोक संजर के साथ प्यारे मियां पुलिस का दावा है कि जांच में प्यारे मियां के सारे पॉलिटिकल कनेक्शन की तस्वीरें धीमे-धीमे साफ हो जाएंगी. फिलहाल प्यारे मियां पुलिस गिरफ्त में है और पुलिस लगातार उससे पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि पुलिस की पूछताछ के बाद प्यारे मियां के राजनीतिक रसूख को लेकर भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
एक राजनीतिक कार्यक्रम में प्यारे मियां