भोपाल। सियासत का संग्राम जब शबाब पर होता है तब नेताओं की बयानबाजी उसका सबसे बड़ा हथियार बन जाती है. उस पर दिग्गी राजा के बयान तो इस संग्राम को और रोचक बना देते हैं. इस बार भी सूबे के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के एक बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. अपने इस बयान में दिग्गी राजा ने कहा था कि वे किसी भी सांस्कृतिक संगठन से मिलने को तैयार हैं बस आरएसएस को छोड़कर क्योंकि वह खुद के सांसकृतिक संगठन होने का दावा जरूर करता है, लेकिन ऐसा है नहीं.
दिग्गी राजा के बयान से चढ़ा सियासी पारा, बीजेपी-कांग्रेस के बीच चले तीखे तीर
भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि है आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन नहीं है. उनके इस बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है.
दिग्विजय सिंह
दिग्गी राजा के इस बयान पर बीजेपी ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि दिग्विजय सिंह आरएसएस से इसलिए नहीं मिलना चाहते क्योंकि वे उससे मिलने में डरते हैं क्योंकि वे आरएसएस से मिलेंगे तो उनसे उनके पाकिस्तान प्रेम पर सवाल पूछा जाएगा.
राजनीतिक जगत में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयान आग में घी डालने के लिए पहचाने जाते हैं. उनके इस बयान ने भी सियासी समर के शोलों को भड़का दिया है, लेकिन इसका नतीजा क्या होगा इसका फैसला अब जनता को ही करना है.