भोपाल। 11 अक्टूबर को दुनिया भर में मोटापे जैसी गंभीर बीमारी को लेकर जागरूक के तौर पर वर्ल्ड ओबेसिटी डे मनाया गया. ओबेसिटी डे मनाने का मतलब लोगों में मोटापे को लेकर जागरुकता फैलाना है. मध्यप्रदेश के लोगों में तेजी से मौटापा बढ़ रहा है. कई बीमारियों की वजह से मौटापा बढ़ता है जिससे शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और किडनी की बीमारियां आदमी को घेर लेती हैं.
मध्य प्रदेश के लोगों में बढ़ रहा मोटापा मोटापे के इलाज के विशेषज्ञ डॉक्टर मोहित भंडारी ने बताया कि पहले मध्य प्रदेश का भारत में मोटापे को लेकर 21वें स्थान था. लेकिन अब 12वें स्थान पर आ गया है. इससे साफ जाहिर है कि राज्य के लोगों में तेजी से मौटापा बढ़ रहा है.
जागरूकता की कमी से मोटापे का बढ़ता दायरा
मोटापे के इलाज के विशेषज्ञ डॉक्टर मोहित भंडारी के मुताबिक लोगों में जागरूकता की कमी और सही डाइट ना लेने के कारण मोटापा बढ़ता है. डॉक्टर ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की इस बारे में बात की जाए तो प्रदेश में मोटापे का लगातार स्तर बढ़ रहा है. मध्य प्रदेश के 5% स्कूली बच्चे मोटापे के शिकार हैं, वहीं ऐसे लोग जो मोटापे के शिकार है, उनमें से 70% लोगों को डायबिटीज है.
बेरिएट्रिक सर्जरी से मोटापे को किया जा सकता है कंट्रोल
डॉक्टर भंडारी ने बताया कि मोटापे की समस्या से निपटने के लिए की जाने वाली बेरिएट्रिक सर्जरी काफी सुरक्षित सर्जरी है. डॉक्टर के मुताबिक अभी तक 4 साल के सबसे कम उम्र के बच्चे की बेरिएट्रिक सर्जरी की गई है, जो कि 80 किलो का था.
मोटापे से बचने के उपाय
मोटापे जैसी भंयकार बीमारी से बचने के लिए बचपन से ही संतुलित डाइट लेनी चाहिए. इसके अलावा नियमित एक्सरसाइज से मोटापे को दूर किया जा सकता है.