भोपाल। जिस महिला वोटर को मजबूत पकड़ बना कर एमपी में बीजेपी ने 2008 के बाद से सत्ता के रिकार्ड बनाए हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महिला मुद्दों के जरिए उसी महिला वोटर का जनादेश बदलने दांव खेलेगी. हाथ से हाथ जोड़ो अभियान (haath se haath jodo abhiyan) में प्रियंका गांधी का मध्यप्रदेश को लेकर खास फोकस (priyanka gandhi focus on mp) महिला मुद्दों को लेकर बीजेपी सरकार की नाकामी है. कांग्रेस महिला अत्याचार से लेकर मातृ मृत्यु दर में देश में दूसरे नंबर पर पहुंचे एमपी के ये हालात दिखाकर महिला वोटर को बताएंगे कि मामा शिवराज के राज में कैसे बेबस हैं भांजियां.
मामा की भांजियों पर प्रियंका का फोकस:यूपी में कांग्रेस की 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' का प्रियंका गांधी का प्रयोग भले फ्लॉप रहा हो, लेकिन एमपी में कांग्रेस को भरोसा है कि महिलाओं से जुड़े मुद्दे उठाकर पार्टी ना केवल इस आबादी को सही ढंग से एड्रेस कर सकती है. इसमें महिला अपराध से लेकर मातृ मृत्यु दर और पोषण आहार वो मुद्दे हैं, जिन्हें कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के साथ खास तौर पर एमपी में धार देगी. असल में एमपी में महिला वोटर वो मजबूत वोट बैंक है जिसके बूते बीजेपी 2005 के बाद से लगातार एमपी में अपनी सत्ता मजबूत करती रही है.
महिलाओं के बीच प्रियंका गांधी एमपी में महिला वोटर हुई मजबूत: आंकड़े बताते हैं कि 2005 के बाद से एमपी में महिलाएं भी पुरुष की तरह ही पूरी जागरुकता के साथ मतदान में हिस्सा लेने लगी थीं. साल 2014-15 के चुनाव में ये स्थिति बनी. वोटिंग परसेंटेज में महिला पुरुष तरकीबन बराबरी पर आ गए . 2014 के आम चुनाव के बाद भी महिला वोटर की जागरुकता बढ़ी है और वोटिंग परसेंटेज भी बढ़ा है. इन चुनाव के बाद एमपी में पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 83.59 था, जबकि महिला मतदाताओं का वोट प्रतिशत 83.17 फीसदी रहा. कमोबेश यही तस्वीर 2018 के विधानसभा चुनाव में बनी. बीते विधानसभा चुनाव में 74.85 प्रतिशत मतदान में पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 75.72 और महिलाओं का 73.86 प्रतिशत रहा.
'हाथ जोड़ो' अभियान की तैयारी के लिए 23 दिसंबर को कांग्रेस की बैठक
मार्च से पहले एमपी में बिगुल फूंक देंगी प्रियंका:तैयारी ये है कि एमपी में कांग्रेस का चुनावी आगाज़ प्रियंका गांधी के बिगुल फूंकने के साथ ही हो. लिहाजा जनवरी फरवरी के बीच प्रियंका गांधी का कार्यक्रम एमपी में किए जाने की तैयारी है (priyanka gandhi focus on mp). प्लान ऐसा है कि ये कार्यक्रम हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के दौरान ही प्लान होगा. रणनीति ये कि महिला वोटर को टारगेट करके एमपी में बीजेपी सरकार ने जितनी योजनाएं बनाई हैं. महिला मुद्दों पर ही बीजेपी को घेरा जाएगा. इसमें सबसे बड़ा मुद्दा महिला अपराध का होगा. उसके बाद मातृत्व सुरक्षा में सरकार की नाकामी के साथ पोषण आहार में हुए घोटाले के साथ ये मुद्दा कांग्रेस उठाएगी. महिलाओं, बेटियों की कही जाने वाली इस सरकार में आधी आबादी का क्या हाल है. ये जनता के सामने लाएंगे.
प्रियंका गांधी का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान प्रियंका के आने से पहले ब्लॉक तक एक्टिव महिला कांग्रेस:प्रियंका गांधी के एमपी दौरे से पहले कांग्रेस ने प्रदेश के सभी ब्लॉक में पार्टी की कार्यकारिणी बनानी शुरु कर दी है. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने सभी ब्लॉकों से कार्यकारिणी बनाकर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. तैयारी ये भी है कि ब्लॉक तक कांग्रेस का नए सिरे से गठन कर ब्लॉक लेवल से ही पार्टी के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. जिसमें महिला मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ लगातार महिलाओं का हल्ला बोल कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है (priyanka gandhi join hands campaign in mp).
महिलाओं को रिझाएंगी प्रियंका गांधी प्रियंका जी की अगुवाई में उठाएंगे महिला मुद्दे:कांग्रेस मीडिया सेल की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज ने जिस तरह से रिश्तों की राजनीति कर मामा बनकर भांजियों को छला है. एमपी में कांग्रेस उन्हीं महिला मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी. प्रियंका गांधी के आने से पार्टी को यहां नई उर्जा मिलेगी. पूरे प्रदेश में महिलाओं से जुड़े हर मुद्दे को कांग्रेस उठाएगी.