भोपाल। मध्यप्रदेश साइबर सेल ने छापेमार कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर गैंग को पकड़ा है. साइबर सेल ने इंदौर के चार फर्जी कॉल सेंटरों पर दबिश देते हुए तकरीबन 80 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों से लोन और गिफ्ट के नाम पर ठगी करते थे. इसमें काम करने वाले लोग भी इतने एक्सपर्ट हैं कि वे अमेरिकी लहजे में ही कस्टमर से बात करते थे. अब तक ये सभी कॉल सेंटर्स करीब 6 हजार करोड़ रुपए की ठगी अमेरिकी नागरिकों से कर चुके हैं.
साइबर सेल के डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि यह सभी कॉल सेंटर सागर ठाकुर उर्फ शैगी की तर्ज पर ही खोले गए हैं, हालांकि इन कॉल सेंटर्स का सागर ठाकुर से फिलहाल कोई लिंक के सामने नहीं आया है. इससे पहले भी भोपाल में एक इसी तरह का कॉल सेंटर पकड़ा गया था.
क्रिकेटर विराट कोहली की करोड़ों में खरीदी थी कार
देश में सबसे पहले फर्जी कॉल सेंटर खोलने वाले सागर ठाकुर उर्फ शैगी ने फर्जी कॉल सेंटर से इफरात पैसा कमाया. इस जालसाज ने विराट कोहली की कार करोड़ों रूपये में खरीदी थी. बताया जाता है कि सागर ठाकुर की पत्नी को विराट कोहली की कार पसंद आ गई थी, जिसके बाद उसने बिना नेगोशिएशन किये जो कीमत कार की लगी थी, उसी कीमत में कार खरीद ली. इतना ही नहीं जालसाज सागर ठाकुर लोगों को गिफ्ट में ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी कारें भी यूं ही दे दिया करता था. यह खुलासा मध्यप्रदेश साइबर सेल के डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने किया है.
फर्जी कॉल सेंटर के गैंग को पकड़ा जालसाजों पर होगी FBI की मदद से कार्रवाई
साइबर सेल के डीजी ने यह भी बताया कि साइबर पुलिस ने एफबीआई से भी संपर्क किया है और अब इन कॉल सेंटरों के लिए अमेरिका में बैठकर धोखाधड़ी करने वाले जालसाजों पर भी एफबीआई की मदद से कार्रवाई की जाएगी. साथ ही साइबर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्टॉप बैंकिंग फ्रॉड नाम का एक सेल भी तैयार किया है. इसके साथ ही एक वेबसाइट भी तैयार की गई है. जिसमें पूरे भारत के पुलिस अधिकारी और ई-कॉमर्स कंपनियों के नोडल अधिकारी शामिल है. इस ग्रुप के जरिए अब तक लोगों के करीब 7 करोड़ रुपए ब्लॉक करवा चुकी है.
साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस ने लोगों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है. जिसमें ऑनलाइन ठगी जैसे अपराधियों से बचने के तरीके बताए गए हैं. पुलिस ने वेबसाइट www.cyberfraudhelpine.com वेबसाइट भी तैयार की है.जिसमें साइबर क्राइम के शिकार लोग शिकायत कर सकते हैं.