भोपाल।बीजेपी कार्यसमिति की बैठक प्रदेश मुख्यालय में 9 घंटे से ज्यादा चली. बैठक में इस पर मंथन किया गया कि पार्टी को कमजोर बूथों को कैसे मजबूत करना है. इसके साथ ही साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर भी चिंतन मनन हुआ. सीएम शिवराज ने खुलासा किया कि पार्टी में कुछ नेताओं के कारण बीजेपी हार गई थी. सीएम शिवराज सिंह ने धार के नगरीय निकाय का उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी के नेता पार्टी उम्मीदवार के साथ घूमते रहे लेकिन निर्दलीय को वोट देने के लिए फोन करते रहे. इतना ही नही उन्होंने अन्य उम्मीदवारों के हारने की वजह भी पार्टी की अंतर्कलह को बताया.
भितरघात करने वालों को चेताया :पिछले विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर सीएम शिवराज ने नेताओं का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि अभी भी इस तरह की रिपोर्ट मिल रही है कि नगरीय निकायों में कई नेताओं ने पार्टी के साथ भितरघात किया है. उन पर पार्टी की नजर है. इसके साथ ही सीएम ने चेताया भी कि अब इस तरह बिलकुल नहीं चलेगा. कार्यसमिति की बैठक में हार की वजह उनके नेताओं की गद्दारी को माना गया है. हालांकि अब 2023 में वैसी गलतियां न हों. इसके लिए पार्टी ने निचले स्तर तक अपने जासूस छोड़ दिए हैं. सीएम ने एक-एक सीट की रिपोर्ट की जानकारी इकट्ठी कर रखी है और कई उदाहरण देकर पार्टी में भितरघात करने वाले नेताओं को चेताया है.
बैठक में नेताओं का उत्साह भी बढ़ाया :सीएम शिवराज ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत बीजेपी को चुनाव नहीं हरा सकती और आप सभी की ग्राउंड रिपोर्ट आ चुकी है. कमजोर बूथों को हारने की वजह कांग्रेस की मजबूती नहीं बल्कि खुद की कमजोरियों को जिम्मेदार माना गया. कहा गया कि यह मानसिकता अब बिल्कुल नहीं चलेगी. क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता जताई. बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल ने दो टूक कहा कि हम बात करते हैं भय, भूख और भ्रष्टाचार की. भय, भूख तो मिटी पर क्या भ्रष्टाचार मिटा. उन्होंने नेताओं को नसीहत दी कि जो आज तेरा है कल किसी और का था. परसों किसी और का होगा. क्यों व्यर्थ चिंता करते हो. यही तुम्हारे दुखों का कारण है.