भोपाल(पीटीआई भाषा)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के खिलाफ उनके उस सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया है. प्रियंका के आरोप को झूठा बताते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता से आरोप का समर्थन करने वाले सबूत मांगे और चेतावनी दी कि राज्य सरकार और भाजपा के सामने कानूनी कार्रवाई के विकल्प खुले हैं.
कांग्रेस नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी:वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विपक्षी दल सोशल मीडिया पर "झूठ" फैला रहा है, जबकि मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने दावा किया कि भ्रष्टाचार के हजारों मामले हैं. भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख वी.डी. शर्मा ने आरोप लगाने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट में एक फर्जी पत्र का हवाला देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी. हालांकि कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने कहा कि वह साबित करेगी कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्ट है और उसने सत्तारूढ़ दल पर "राजनीतिक आतंक" पैदा करने का भी आरोप लगाया.
50 प्रतिशत कमीशन वाली एमपी सरकार:दरअसल प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्विटर पर दावा किया कि मध्य प्रदेश के ठेकेदारों के एक संघ ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि उन्हें 50 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही भुगतान मिलता है. उन्होंने आरोप लगाया "कर्नाटक की भ्रष्ट भाजपा सरकार 40 प्रतिशत कमीशन वसूलती थी, मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया अब मध्य प्रदेश की जनता 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को सत्ता से हटाएगी."
एमपी गृहमंत्री ने प्रियंका गांधी से मांगे सबूत:इस आरोप का जवाब देते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस बिना किसी मुद्दे के "घृणित मानसिकता के साथ" राजनीति कर रही है. मंत्री ने दावा किया "प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पहले राहुल गांधी से झूठ बुलवाया और अब प्रियंका गांधी से झूठा पोस्ट करवाया. प्रियंका जी अपने पोस्ट में लगाए गए आरोपों का सबूत दें, अन्यथा हमारे पास (कानूनी) कार्रवाई के लिए सभी विकल्प खुले हैं." उन्होंने कहा कि "प्रियंका गांधी को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखने वाले उस व्यक्ति या ठेकेदार का नाम बताना चाहिए, जिसका जिक्र उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में किया है."