भोपाल। पूर्व सीएम व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की ब्यूरोक्रेसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. कलमनाथ ने कहा हमारी सरकार सौदे से चली गयी, लेकिन मैंने सौदे की राजनीति नहीं की. पूर्व सीएम ने कहा कि अफसरों पर चर्बी चढ़ी थी, जिन्हें बदलना जरूरी हो गया था. हमारे सामने सिस्टम को बदलने की चुनौती थी. ब्यूरोक्रेसी में कुछ अफसरों को निष्ठावान बनाना था. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज ने 18 साल में 22,000 से अधिक घोषणाएं की, शिवराज जी का खाना ही हजम नहीं होता जब तक वो झूठ नहीं बोलते. मैं घोषणा ही नहीं करता करके दिखाता हूं.
कमलनाथ ने शिवराज पर साधा निशाना: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे कमलनाथ ने जहां एक और संदेश यात्रा को हरी झंडी दिखाई. वहीं दूसरी और बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज को भी जमकर घेरा. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में नगर एवं ग्राम रक्षा समिति प्रांतीय सम्मेलन किया गया. कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पहुंचे. कलानाथ ने कहा कि नगर और ग्राम सुक्षा समिति के लोग कैसे भाईचारा बनाकर रखते है, मुझे इस बात की खुशी है. आज गांव से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार हो रहा है. आप मानदेय के लिए चिल्ला रहे हैं. शिवराज सरकार ने 3 लाख 30 करोड़ का कर्ज लिया, उसका क्या हुआ, उसमें आम जनता को क्या दिया है?
अफसरों की बढ़ी चर्बी: पूर्व सीएम ने कहा आज नौजवान बेरोजगार है. नौकरी ढूंढ रहा है. बेरोजगारी आज प्रदेश की सबसे बड़ी चिंता है. हमारी कांग्रेस सरकार में पहली किस्त में 27 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ. वहीं दूसरी किस्त में हमारी सरकार गिर गई. हमारी अर्थ व्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधरित है, बाजार तब चलता है, जब किसानों के जेब में पैसा होगा. इस दौरान पूर्व CM कमलनाथ ने एमपी की ब्यूरोक्रेसी को लेकर बड़ा बयान दिया. हमारी सरकार सौदे से चली गयी, मैंने सौदे की राजनीति नहीं की. कमलनाथ बोले अफसरों पर चर्बी चढ़ी थी इसलिए बदलना जरूरी हो गया था.