भोपाल।बीजेपी सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह उर्फ शेरा गुरुवार को अचानक कांग्रेस दफ्तर पहुंचे. यहां कुछ देर वो रुके. इस दौरान शेरा ने कांग्रेस कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन से बंद कमरे में मुलाकात की. दोनों के बीच किस बात पर चर्चा हुई, इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है. वहीं इस बारे में जब मीडिया ने सवाल किया तो सुरेन्द्र सिंह बचते नजर आए.
शेरा के दिल में कांग्रेस
मुलाकात को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सुरेन्द्र सिंह शेरा के दिल में कांग्रेस है, इसलिए लौटकर कांग्रेस आते हैं. आज भी इसी संदर्भ में नेताओं से मिलने आए थे. निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी ऐसी पार्टी जो सबको समेट कर चलती है और दिलों पर राज करती है.
सुरेंद्र सिंह शेरा, विधायक व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह
वहीं बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पराशर का कहना है कि लोकतंत्र है, सब एक दूसरे से मिल सकते हैं. सुरेन्द्र सिंह शेरा बीजेपी भी आते हैं. बीजेपी नेताओं से मुलाकात भी करते हैं. कांग्रेस नेताओं से मिलना चाहिए. वैचारिक मतभेद अपनी जगह है लेकिन व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह है.
हमेशा सुर्खियों मे रहते हैं सुरेन्द्र सिंह
सुरेन्द्र सिंह शेरा अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. जब कमलनाथ सरकार थी तब वो कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे थे, लेकिन कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद वो बीजेपी पाले में चले गए और बीजेपी को समर्थन देने लगे. सुरेन्द्र सिंह शेरा कमलनाथ सरकार के समय भी कई बार बगावती तेवर दिखाए थे. कमलनाथ को समर्थन देने के दौरान भी वो कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ बैंगलर चले गए थे.
कांग्रेस से जुड़ाव पुराना
सुरेन्द्र सिंह बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. उन्होंने बीजेपी की दिग्गज नेता अर्चना चिटनिस को चुनाव में हराया था. सुरेन्द्र सिंह मूल रूप से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं. उनके परिवार के सदस्य कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधायक और सांसद चुने गए हैं. 2018 विधानसभा से पहले भी शेरा ने कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग की थी लेकिन पार्टी ने नहीं दिया, जिसके बाद सुरेन्द्र सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था.