भोपाल। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हर दिन सैकड़ों सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब मध्य प्रदेश की एफएसएल टीम भी कोरोना टेस्टिंग में सहयोग दे रही है. मध्य प्रदेश फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के आधुनिक उपकरण कोरोना जांच के लिए उपयोग किए जा रहे हैं. खास बात यह है कि मध्य प्रदेश एफएसएल कोरोना की जांच करने वाली देश की पहली फॉरेंसिक लैब बन गई है.
मध्यप्रदेश की FSL टीम कोरोना टेस्टिंग में निभा रही अहम भूमिका
भोपाल में कोरोना वायरस लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना से जंग लड़ने में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के आधुनिक उपकरण कोरोना जांच के लिए उपयोग किए जा रहे हैं.
मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया विवेक जौहरी ने फॉरेंसिक लैब को भी कोरोना वायरस की जांच में हर संभव सहयोग देने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद प्रदेश स्वास्थ्य निदेशालय के कोविड नियंत्रण कक्ष से सामंजस्य कर प्रदेश एफएसएल की भोपाल और सागर स्थित डीएनए प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आधुनिक उपकरणों को कोरोना टेस्टिंग में उपयोग के लिए दिया गया है. साथ ही एफएसएल के डीएनए वैज्ञानिक इन मशीनों से कोरोना टेस्ट में पूरी सहायता कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि किसी भी सैंपल में कोरोना वायरस का टेस्ट आधुनिक उपकरण आरटी पीसीआर से किया जाता है. यही उपकरण फॉरेंसिक प्रयोगशाला में डीएनए परीक्षण में उपयोग किया जाता है. कोरोना वायरस आरएनए संरचना का होता है, लेकिन उपकरण में परीक्षण योग्य अन्य प्रकार की किट का उपयोग कर इससे कोरोना वायरस का टेस्ट किया जा सकता है.