भोपाल। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन परिसर में नवनिर्मित "पंचतंत्र वन" में पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया.इस मौके पर राजभवन के अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी फलदार, औषधीय और पर्यावरण के लिहाज से महत्वपूर्ण पौधों का रोपण किया.
बता दें कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर बेहद जागरूक रहती हैं. वे समय-समय पर राजभवन में भी इसे लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करती रहती हैं. वहीं नियमित रूप से राजभवन में काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया जाता है. राजभवन में निवास कर रहे बच्चों को भी अच्छी शिक्षा परिसर में दी जा रही है.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आने वाले लोगों और बच्चों को वन्य जीवन से रू-ब-रू कराने के लिए परिसर में कृत्रिम पंचतंत्र वन का निर्माण करवाया है. इसमें वृक्षों के बीच बाघ परिवार, तेंदुआ, बारहसिंघा, चीतल, सांभर, बंदर, लंगूर, मोर, बगुला, दूधराज, तोता और किंगफिशर के मॉडल लगाए गए हैं. इन मॉडल्स के बीच ही औषधीय पौधे लगाए गए हैं. इसे सघन वन का रूप दिया गया है. जिसमें वन्य प्राणियों की आवाजों का स्पेशल इफेक्ट भी दिया गया है.
"पंचतंत्र वन" में पौधारोपण कार्यक्रम इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संदेश में कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज समाज की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है. दुनिया में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, जो आने वाले समय के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है, लेकिन अगर पर्यावरण का संरक्षण सही ढंग से किया जाए और समय पर औषधीय पौधे लगाए जाएं, फलदार वृक्षों को रोपा जाए, तो पर्यावरण को बचाया जा सकता है. उन्होंने बच्चों को भी संदेश देते हुए कहा कि आप भी एक-एक पौधा जरूर लगाएं और उसे रोज पानी दें, क्योंकि जब वह पेड़ बड़ा हो जाएगा, तो आपको फल देगा.