भोपाल। इंदौर की घटना के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में आंखफोड़वा कांड सामने आया है. इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े किए . तो मंत्री पीसी शर्मा ने पलटवार करने में देर नहीं लगाई, उन्होंने काह कि बीजेपी और गोपाल भार्गव इस मामले में न बोलें, क्योंकि उनके शासनकाल में बड़वानी और खरगोन से इससे भी गंभीर मामले सामने आये थे.
एक बार फिर गरीब मरीज डॉक्टरों की लापरवाही की भेंट चढ़ गए. यह मामला जनता के प्रति सरकार की गंभीरता को तो दर्शाता ही है, साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है.
मरीजों द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत किए जाने पर भी उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया, इस घटना के पीड़ित मरीजों को सरकार द्वारा 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए, तथा उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था कर, लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.