भोपाल। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में ड्रग कनेक्शन का खुलासा हुआ. कई जाने-माने अभिनेताओं के नाम भी ड्रग्स मामले में सामने आए हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी नशे के सौदागर अपना जाल तेजी से फैला रहे हैं, चौंकाने वाली बात तो ये है कि इन माफियाओं के निशाने पर राजधानी के स्कूल कॉलेज और हॉस्टल की लड़कियां हैं.
भोपाल में फैलता जा रहा ड्रग्स का जाल ड्रग तस्कर हॉस्टल की लड़कियों को बना रहे निशाना-
राजधानी भोपाल में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच और भोपाल पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से बड़ी मात्रा में अलग-अलग ड्रग्स बरामद किए गए हैं. इन आरोपियों से पूछताछ में एक चौंकाने वाला सच सामने आया है. बताया जा रहा है कि ये ड्रग माफिया के निशाने पर कॉलेज की लड़कियां हैं. खास तौर पर ये माफिया संभ्रांत परिवार की लड़कियों को ही अपना निशाना बना रहे हैं. ड्रग माफिया सोशल मीडिया या किसी तरीके से इन युवतियों से दोस्ती कर रहे हैं या फिर इन्हें अपने प्रेम जाल में फंसा कर ड्रग्स लेने की आदत डाल रहे हैं. जिससे माफियाओं का काम आसान हो सके और इससे वो लाखों, करोड़ों रुपए कमा सकें. जानकारों ने बताया कि भोपाल गैस और गार्डन इलाके में रहने वाली एक युवती भी इस माफिया गैंग के साथ मिली हुई है जो संभ्रांत परिवार की लड़कियों से दोस्ती करने और उन्हें ड्रग माफियाओं से मिलाने का काम करती है.
भोपाल के नामी संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राएं हैं टारगेट पर-
बताया जा रहा है कि पुलिस के हत्थे चढ़े कुछ आरोपियों ने पूछताछ में ये बात भी कबूल की है कि राजधानी के 2 बड़े संस्थानों के हॉस्टल में रहने वाली लड़कियां भी ड्रग्स ले रही हैं. इसके अलावा एमपी नगर स्थित कुछ गर्ल्स हॉस्टल में भी ड्रग्स सप्लाई किया जा रहा है. पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन संस्थानों और हॉस्टल की पहचान की जा रही है, जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा. माना जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद माफियाओं और तस्करी को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है.
राजधानी में पिछले दिनों हुई कार्रवाइयां-
- इस साल जनवरी माह में क्राइम ब्रांच ने ड्रग तस्करी के खिलाफ 9 कार्रवाई करते हुए गांजा, चरस, ब्राउन शुगर और एमडी जब्त किया है और कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
- फरवरी माह में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 13 ग्राम एमडीएमए और 34 किलो गांजा बरामद किया गया.
- जून माह में क्राइम ब्रांच की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से कुल 31 किलो गांजा जब्त किया.
- जुलाई माह में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से डेढ़ लाख रुपए कीमत का गांजा बरामद किया.
- अगस्त माह में क्राइम ब्रांच में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 5 किलो गांजा, 2 ग्राम ब्राउन शुगर और 2 ग्राम एमडीएमए और अवैध हथियार जब्त किए.
- अक्टूबर माह में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 8.40 ग्राम एमडीएमए जब्त किया है.
मध्यप्रदेश में पिछले 4 सालों में ऐसे बढ़े ड्रग्स के मामले-
- साल 2016 में 709 अपराध दर्ज किए गए थे और 1117 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
- साल 2017 में 1323 मामले दर्ज कर 1800 आरोपियों को भेजा गया जेल.
- साल 2018 में 1922 अपराध दर्ज हुए और 2558 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
- साल 2019 में 3474 मामले दर्ज कर 4318 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
प्रदेश भर में मादक पदार्थों की तस्करी की बात करें तो लगातार प्रदेश में ड्रग से जुड़े कई मामले सामने आ रहे हैं. पुलिस ने पिछले दिनों बड़ी मात्रा में अलग-अलग ड्रग बरामद कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाईयां की हैं. मादक पदार्थों को लेकर साल 2018 के मुकाबले 2019 में तस्करी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. इन मामलों को लेकर एक टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है. जिसमें तीन अधिकारियों को शामिल किया गया है. टास्क फोर्स का उद्देश्य है कि मध्य प्रदेश में एनडीपीएस के अपराधों की जांच में आने वाली तकनीकी खामियां दूर करने के उपाय बताएं. कितने प्रभावी तरीके से केस लड़ा जाए ताकि मादक पदार्थों की तस्करी और दूसरे काम में लगे माफियाओं को सजा दिलाई जा सके.