भोपाल। बेमौसम बारिश से किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी है. एक तरफ ये बारिश जहां लोगों को गर्मी से राहत पहुंचा रही है, वहीं दूसरी तरफ बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है. लिहाजा फसलों को हुए नुकसान को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र लिखा है. वहीं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने सागर में ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का निरीक्षण किया है. ओलावृष्टि से खेतों में बिछी फसलों को देखकर मंत्री ने स्वीकार किया है कि फसलों को काफी नुकसान हुआ है. हालांकि कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर्स को उनके जिलों में बारिश से होने वाले नुकसान का सर्वे कराने के निर्देश दिए है. उन्होंने कहा है कि जिन जिलों में फसल की नुकसानी हुई है. वहां किसानों को राहत दिलाई जाएगी.
मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द सर्वे कराने की मांग
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम को पत्र में लिखा कि दुखद है कि बीते दिनों रीवा, विदिशा, सीहोर, रायसेन और मंडला में हुई बारिश और ओलावृष्टि से खराब फसलों का आज तक न तो सर्वे हुआ है और न ही किसानों को कोई राहत दी गई है. उन्होंने लिखा कि किसान चिंताग्रस्त है और गंभीर संकट से जूझ रहा है. मंहगाई चरम पर है, डीजल के भाव में भारी वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ दी है. कोरोना काल से उत्पन्न स्थिति से वह पहले ही जूझ रहा है. ऐसी स्थिति में जरूरी है कि किसानों के नुकसान का तुरंत आकलन हो और उन्हें राहत मिले.
कई जिलों में किसानों की फसल को हुआ नुकसान
कमलनाथ ने लिखा की प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. पूर्व में और वर्तमान में क्षतिग्रस्त हुई फसलों के नुकसान का देरी से आकलन कर किसानों को राहत वितरण का काम शुरू किया जाये.
गोविंद सिंह ने किया फसलों का निरीक्षण
वहीं मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ओलावृष्टि से खराब हुई गेहूं और चना की फसलों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया. मंत्री के गांव में आने की खबर से ग्रामीण हाथों में अपनी नष्ट हुई फसलों को लेकर मंत्री के पास पहुंचे. जहां उन्होंने ओलावृष्टि से हुए नुकसान के विषय में मंत्री को बताया. जिसके बाद मंत्री गोविंद सिंह किसानों के साथ उनके खेतों में भी पहुंचे और फसलों को हुए नुकसान का निरीक्षण किया. वहीं इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने सर्वे को लेकर पटवारी द्वारा आनाकानी करने की शिकायत भी की, जिसके बाद मंत्री ने पटवारी की फटकार भी लगाई और किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि मिलने का आश्वासन दिया.
प्रदेश के कई जिलों में बरसे बदरा
बता दें पश्चिमी विक्षोभ के चलते मध्यप्रदेश में कई जगह बारिश हुई. राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से ही तेज आंधी चलने के साथ ही कई ईलाकों में तूफान भी आया. वहीं शाम होते ही बारीश शुरु हो गई थी. साथ ही कई जिलों में ओले भी गिरे. ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर गेहूं और चना की फसल पर पड़ा है. जबकि खेतों में फसल कटने को तैयार है.
भोपाल संभाग समेत आसपास कई जगह बारिश, बदलेगा मौसम
बे मौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता
वहीं मुरैना में सोमवार देर शाम अचानक से मौसम ने अपना मिजाज बदला. जिसके चलते हेतमपुर, जनकपुर,पिपरसा,देवरी गांव के क्षेत्र में कुछ जगहों पर ओलावृष्टि हुई है. संभावना है कि 1 दर्जन से अधिक गांव में ये ओलावृष्टि हुई है. जिसके चलते सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि की जानकारी मिलते ही मुरैना प्रशासन ने पटवारी और तहसीलदार को क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए निर्देश जारी किए थे. अचानक से क्षेत्र के तापमान में वृद्धि होने से क्लाइमेट में चेंज आया. उसका ही नतीजा है कि कुछ जगहों पर बारिश और ओलावृष्टि हुई है. जिससे सरसों की फसल को नुकसान हुआ है.
कई गांवों में हुई ओलावृष्टि, खेतों में खड़ी फसलों को हुआ नुकसान