भोपाल। इस साल प्रदेश में भारी बारिश के कारण सोयाबीन, उड़द और मूंग की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं. ऐसे में किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. वहीं प्रदेश कांग्रेस का केंद्र सरकार पर आरोप है कि सीएम कमलनाथ ने खुद दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात कर प्रदेश के किसानों को राहत देने के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद की अपील की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने मामूली मदद की है.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, पैसे नहीं देने का लगाया आरोप
केंद्र और राज्य सरकार की आपसी खींचतान के चलते अतिवृष्टि में बर्बाद हुई फसलों का किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. वहीं कमलनाथ सरकार ने केंद्र पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है.
प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने कहा कि किसानों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री दिल्ली गए थे और आग्रह किया था कि मध्य प्रदेश के किसानों को मुआवजा देने के लिए मध्यप्रदेश को ज्यादा से ज्यादा राशि दी जाए. लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी मांग को नकारते हुए बहुत कम पैसा दिया है.
राजीव सिंह ने आरोप लगाया कि किसानों के हित की बात करने वाली केंद्र सरकार मध्य प्रदेश के किसानों के साथ भेदभाव कर रही है. इन सब बातों को लेकर सभी कांग्रेस जन अपनी बात रखने के लिए 4 नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना देकर और केंद्र सरकार के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे. जो राशि मध्य प्रदेश के किसानों का हक है, उसको मध्यप्रदेश को दिया जाए. ताकि हम मध्य प्रदेश के किसानों की मदद कर सकें.