भोपाल।झीलों की नगरी कही जाने वाली प्रदेश की राजधानी की हवाओं में कोरोना का जहर घुलता जा रहा है. लिहाजा शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. पहले एक फिर दो मरीजों से शुरू हुआ ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. राजधानी में अब तक करीब 743 मरीज कोरोना की चपेट में आए थे. जिसमें 30 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 393 मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. कोरोना पीड़ितों की लगातार बढ़ती हुई संख्या को देखकर जिला प्रशासन का भी दम फूलने लगा है. शहर में पीड़ितों के मामले काबू से बाहर निकले, तो प्रशासन के लिए मुश्किल हो जाएगी. हालांकि प्रशासन दावा कर रहा है कि उनकी तैयारी पूरी है.लेकिन जब एक नजर राजधानी के अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर डाले तो आंकड़े कुछ और ही हकीकत बयां करते हैं....
तीन अस्पतालों में हो रहा इलाज
राजधानी के 3 बड़े अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें जीएमसी का हमीदिया अस्पताल, चिरायु मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और एम्स शामिल हैं. अगर इन अस्पतालों में व्यवस्थाओं की बात की जाए तो तीनों अस्पतालों के प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक चिरायु अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सबसे ज्यादा स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं. चिरायु अस्पताल में इस समय 800 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है. साथ ही यहां 50 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. अभी यहां करीब 330 के आस-पास मरीज इलाजरत हैं. जिनमें मरीजों के ठीक होकर डिस्चार्ज होने का सिलसिला जारी है.
इसी तरह एम्स भोपाल में 186 बेड और 30 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. अभी यहां करीब 28 मरीज इलाजरत हैं. वहीं हमीदिया अस्पताल में 20 आईसीयू बेड, 65 साधारण बेड और 43 वेंटिलेटर, कोविड-19 के इलाज के लिए उपलब्ध हैं.