भोपाल।गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योग भारती को जमीन देने के मामले में अब दिग्विजय सिंह लगातार सक्रिय हो गए हैं. दिग्विजय सिंह ने सोमवार को भेल प्रबंधन, तो मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. पत्र में पुराने कई मामलों का हवाला देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जिस तरह से पिछले मामलों में आपने कुछ लोगों को जमीन दी, लेकिन कोर्ट के आदेश के चलते आपको जमीन के सौदे को निरस्त करना पड़ा था. इस मामले में भी आगे होने की संभावना है. इसलिए उद्योग भारती को दी गई जमीन को तत्काल निरस्त किया जाए. क्योंकि वह पार्क की जमीन है. वहां पर पहले से ही मजदूर बैठकर भोजन किया करते थे.
कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आवंटित की गई जमीन का किया जिक्र
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएम चौहान को पत्र में कहा कि राजधानी के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में एक सार्वजनिक उद्यान को आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को कार्यालय निर्माण के लिए 10 हजार वर्ग फुट जमीन आवंटित करना बिल्कुल गलत है. इससे पहले कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आपने जमीन आवंटित की थी. जमीन आवंटन के इस आदेश को उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया था.
एसोसिएशन ने पार्किंग के लिए मांगी थी जमीन
दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि 1970 में निर्मित इस पार्क का गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन पिछले 50 वर्षों से मेंटेनेंस कर रहा है. एसोसिएशन ने गाडियों को पार्क करने के लिए जमीन आवंटन की मांग की थी. एसोसिएशन को जमीन देने की जगह आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को जमीन आवंटित कर दी गई. यह इंडस्ट्रियल एरिया का एक मात्र पार्क है, जिसका उपयोग श्रमिक वर्ग भोजन करने और आराम करने के लिये करते हैं.
एक रुपए में RSS की संस्था को बेची 10 हजार वर्ग फीट जमीन
दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को शिवराज सरकार ने 20 एकड़ जमीन आवंटित की थी. उच्च न्यायालय ने इस मामले में आवंटित की गई जमीन को वर्ष 2011 में गैर कानूनी मानते हुए रद्द कर दिया था. कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को करोड़ों रूपए कीमत की यह जमीन सिर्फ 25 लाख रुपए में दी गई थी. वहीं अब सरकार ने लघु उद्योग भारती को 10 हजार वर्ग फीट जमीन सिर्फ 1 रूपए में दे दी.