भोपाल। कोरोना के बढ़ते मामले के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना गाइडलाइन को लेकर जो राहत दी थी. उसमें फिर सख्ती दिखाई है. राजधानी में बाजारों को रात 8 बजे बंद करने का फैसला लिया है. शादी की गाइडलाइन में भी बदलाव किया गया है. इस सख्ती के बाद कई क्षेत्रों में नई गाइडलाइन का बुरा असर पड़ने की संभावना है.
कोरोना गाइडलाइन पर व्यापारियों की अलग-अलग राय दो वर्गों में बंटा व्यापारी वर्ग
सरकार के फैसले से बाजार और कैटरिंग व्यापार पर असर पड़ रहा है. गाइडलाइन में बदलाव से व्यापारी भी सरकार के फैसले से दो भागों में बंटे नजर आ रहे हैं. न्यू मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि हमनें ही सरकार से कोरोना के मरीज बढ़ने के बाद जल्द बाजार बंद करने की मांग की थी. हमें डर था कि फिर से लॉकडाउन वाली स्थिति ना बन जाए. अभी शादी-समारोह हो रहें हैं, पहले तो कुछ भी नहीं हो पा रहा था.
दुकानदारों ने सरकार के फैसले को बताया गलत
व्यापारी एसोसिएशन सरकार के साथ खड़ा नजर आ रहा है. लेकिन दुकानदार सरकार की गाइडलाइन का विरोध कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि जिसको खरीदारी करनी है वह एक घंटा भी बाजार खुलेगा तो खरीदारी कर लेगा. 8 बजे बाजार बंद करने का कोई औचित्य नहीं है. उससे उल्टा यह हुआ है कि दुकानों में भीड़ बढ़ी है. क्योंकि जो लोग 8 से 10 के बीच में खरीदारी करने आते थे अब वो पहले आ रहे हैं. पहले समय ज्यादा होने से लोग देर तक आते थे, जिससे भीड़ कम जाती थी. अब बाजारों में और भीड़ बढ़ रही है. जितनी खरीदारी पहले हो रही थी उतनी अभी भी हो रही है. सरकार ने जो फैसला लिया उसे वापस लेना चाहिए.
कैटरिंग व्यापारियों को काफी नुकसान
कैटरिंग व्यापारी राम बाबू शर्मा का कहना है कि 100 से 200 लोगों को शादी में आने की परमिशन दी गई है. हम उम्मीद लगाए बैठे हुए थे कि जो सीजन है 14 से 15 दिन का उसमें कारोबार में गति आएगी. जो 100 से 200 लोगों को लिमिट किया गया है. उससे काफी काम प्रभावित हुआ है. पहले एक हजार से 1500 लोग एक शादी में आते थे. 5 से 10 लाख रुपए के प्रोग्राम होते थे, वह प्रोग्राम सिमटकर 50 हजार से 1 लाख के बीच रह गए हैं. इसके अलावा जो कैटरिंग में काम करते हैं वो शादी समारोह से पूरा काम रात 12 से 1 के बीच घर पहुंच पाते हैं. सरकार के इस कदम से इन्हें भी घर पहुंचने में परेशानी आ सकती है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. कैटरिंग व्यापारियों को बिना इंटरेस्ट का लोन देना चाहिए जिससे उन्हें राहत मिल सके.