भोपाल। शहर में जुलाई माह की शुरुआत के साथ ही कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए लोगों में भी एक डर का माहौल व्याप्त हो गया है, लोगों के उपचार के लिए राजधानी में जगह-जगह फीवर क्लीनिक और सभी अस्पतालों में डॉक्टरों की तैनाती की गई है, ताकि संदिग्ध मरीज अपनी कोरोना की जांच करवा सकें, लेकिन ऐसे लोगों को भी जो स्वयं आगे आकर अपनी जांच करवाना चाहते हैं, उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. क्योंकि कई जगह पर डॉक्टर कई-कई घंटों तक नदारद रहते हैं. ताजा मामला मिसरोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां एक महिला कई घंटे तक कोरोना जांच के लिए डॉक्टर का ही इंतजार करती रही.
मिसरोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई संदिग्ध मरीज अपनी जांच करवाना चाहते थे, यहां पर पिछले कई दिनों से जांच की भी जा रही थी, लेकिन मंगलवार को जांच का काम प्रभावित हुआ जब कई घंटों तक डॉक्टर ही यहां मौजूद नहीं रहे. ऐसी परिस्थिति में जो लोग जांच कराने के लिए आए थे वे भी मायूस होकर वापस लौट गए, राजधानी में ऐसी व्यवस्था तब है, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दे चुके हैं कि हर हाल में ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग की जाए ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों को चिह्नित किया जा सके. लेकिन इसके बावजूद भी डॉक्टर अपने काम से पीछे हट रहे हैं.