भोपाल। कोरोना के बीच सभी त्योहारों पर असर पड़ा है, वहीं इस बार ईसाई समाज के सबसे बड़े त्योहार क्रिसमस पर कोरोना का साया रहेगा. बता दें कि प्रभु यीशु के जन्मदिन को रात में चर्च पर सामूहिक रूप से नहीं मनाया जाएगा, इस बात की जानकारी ईसाई समाज के प्रमुख आर्कबिशप ने दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजधानी में रात्रि में लगे लॉकडाउन की वजह से कार्यक्रम रात 10 बजे के पहले ही संपन्न होंगे और क्रिसमस के कार्यक्रम का आयोजन लोग वर्चुअल भी देख सकते हैं.
प्रभु यीशु के जन्मदिन के जश्न का समय बदला - इतिहास में पहली बार बदलेगा प्रार्थना का समय
राजधानी में क्रिसमस का मुख्य आयोजन देर रात तक नहीं चलेगा, इसके लिए पहली बार 24 दिसंंबर को प्रभु यीशु का जन्म समय रात 12 बजे की जगह शाम 7 से 7.30 बजे तक रखा गया है. हालांकि लोग कार्यक्रम में वर्जुअल भी जुड़ सकते हैं. ईसाई समाज के प्रमुख आर्कबिशप लियो कार्लेनियो ने बताया कि इतिहास में पहली बार प्रार्थना का समय बदला गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार क्रिसमस के दिन होने वाली प्रार्थना को कई बार किए जाने की बात कही है, ताकि अलग अलग समय में सीमित संख्या में लोग चर्च पहुंच सकें.
- रात्री कर्फ्यू के चलते लिया गया निर्णय
राजधानी में कोरोना के बढ़ते मरीज को देखते हुए सरकार ने रात 10 बजे के कर्फ्यू के लगाया है. जिसके चलते पहली बार क्रिसमस के प्रार्थना का समय बदल गया है, वहीं प्रमुख आर्कबिशप ने समय को महत्वपूर्ण नहीं बताते हुए दिन को महत्वपूर्ण माना है.