मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

पिछली सरकार के 'पोषण आहार' पर श्वेत पत्र जारी करे सरकारः केके मिश्रा

मप्र में पोषण आहार वितरण पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सवाल खड़े किए जाने के बाद कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने शिवराज सिंह पर खड़े किए कई सवाल, साथ ही एमपी एग्रो के एमडी की नियुक्ति पर भी कई खुलासे किए.

Congress leader KK Mishra said about BJP rule
पोषण आहार पर 13 साल के भाजपा राज पर श्वेत पत्र जारी हो- के के मिश्रा

By

Published : Feb 18, 2020, 7:41 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में मप्र में पोषण आहार की व्यवस्था पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सवाल खड़े किए जाने के बाद कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने शिवराज सिंह पर कई सवाल खड़े किए हैं. केके मिश्रा ने जहां शिवराज सिंह से पोषण आहार वितरण एजेंसी एमपी एग्रो के चेयरमैन पद पर उनके रिश्तेदार की नियुक्ति को लेकर सवाल खड़े किए हैं, वहीं एमपी एग्रो के एमडी की नियुक्ति पर भी कई खुलासे किए हैं.

पोषण आहार पर 13 साल के भाजपा राज पर श्वेत पत्र जारी हो- के के मिश्रा

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के प्रमुख सचिव पर लगाए आरोप

मिश्रा ने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के एक प्रमुख सचिव पर कैबिनेट के फैसले की नोट बदलने के आरोप लगाए हैं, साथ ही उन्होंने लंबे समय तक कुछ लोगों के समूह को पोषण आहार के वितरण का कामकाज देने पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से शिवराज सिंह की 13 साल के कार्यकाल में पोषण आहार पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की है. फिलहाल पोषण आहार को लेकर सियासत जारी है, जहां मध्य प्रदेश की आगामी पीढ़ी कुपोषण का दंश झेलने को मजबूर है.

शिवराज सिंह से पोषण आहार से जुड़े सवाल

मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व मुख्य प्रवक्ता और एआईसीसी के सदस्य केके मिश्रा ने बयान जारी कर कहा है कि प्रदेश में इन दिनों पोषण आहार को लेकर नौ सौ चूहे खाकर हज पर जाने वाली बेरोजगार चुहिया ही कथित रूप से बहुत सक्रिय दिखाई दे रही है. बड़े-बड़े कानूनी तर्कों का बखान कर खुद को ईमानदारी की प्रतिमूर्ति बताने की असफल कोशिश कर अपनी सार्थक दूरदृष्टि वाले दक्ष मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार पर नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए राजनीति कर रहे हैं. केके मिश्रा ने शिवराज सिंह से उनके कार्यकाल में पोषण आहार से जुड़े हुए कुछ सवाल पूछे हैं -

उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री रहते हुए खंडवा के खालवा में एक सभा में शिवराज सिंह ने कुपोषण को अपने माथे का कलंक बताया था.

  • 13 साल के शिवराज कार्यकाल में पोषण आहार का करीब 13 लाख करोड़ का बजट रहा है, इतने बजट के बावजूद 13 लाख 50 हजार भांजे भांजियो की असामयिक मौत हुई है.
  • शिवराज सिंह से पूछा की आपने अपने माथे के कलंक कुपोषण पर श्वेत पत्र जारी करने की बात कही थी, लेकिन किस मजबूरी के तहत वह नहीं ला पाए.
  • 13 साल के कार्यकाल में एमपी एग्रो के चेयरमैन के पद पर 2010 से 2018 तक रामकिशन चौहान पदस्थ थे. बताएं की क्या वे आपके रिश्तेदार नहीं हैं? क्या आपकी समाज के नहीं हैं और क्या आप के गृह जिले से नहीं आते हैं?
  • एमपी एग्रो के एमडी की नियुक्ति में मुख्यमंत्री आवास में रहने वाले लोगों की क्या भूमिका थी?
  • उन्होंने शिवराज सिंह के इस बयान पर कहा की अफसरों की क्या मजाल की कैबिनेट का फैसला बदल दें, सवाल खड़े करते हुए कहा है की आप के कार्यकाल में वह कौन सा प्रमुख सचिव था, जो पोषण आहार से संबंधित फैसले और नोटशीट बदल देता था.
  • केके मिश्रा ने कहा है की क्या ये झूठ है की पोषण आहार को लेकर आपकी कैबिनेट नहीं, बल्कि तीन सदस्य व्यक्तिगत व पारिवारिक पीठ जो सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों से अधिक पावरफुल थी, वही जो निर्णय करती थी उसी पर अमल होता था और कहा की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस विषय पर सरकार बनते ही स्पष्ट कर दिया था की आपकी पारिवारिक पीठ के द्वारा पारित अनुबंध की अवधि समाप्त होते ही अनुबंध समाप्त हो जाएगा, उस पापी अनुबंध के चलते आज आपके पेट में दर्द क्यों है.

केके मिश्रा ने सीएम से श्वेत पत्र जारी करने की मांग

केके मिश्रा ने कहा है की कमलनाथ सरकार के जन उपयोगी निर्णय पर आपको विरोध करने का नैतिक और संवैधानिक अधिकार प्राप्त है. ये भी सच है की एक ब्राह्मण नेता की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के आपकी दूसरे ब्राह्मण नेता की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर लटक रही है. हालांकि ये पार्टी का अंदरूनी मामला है, जिस पर मुझे कुछ कहने का अधिकार नहीं है. लेकिन ये जानने का अधिकार जरूर है की आप के 13 वर्ष के कार्यकाल में 13 लाख करोड़ खर्च होने के बाद 13 लाख 50 हजार निर्दोष बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है. केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से शिवराज सिंह के 13 साल के कार्यकाल पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details