भोपाल। उज्जैन में जहरीली शराब से हुई मजदूरों की मौत के बाद भोपाल जिला प्रशासन की नींद भी खुल गई है, और इस तरह की घटना शहर में घटित न हो इसे देखते हुए, अब जिला प्रशासन के द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. यही वजह है कि भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया के द्वारा शराब और दवा दुकानों की जांच करने के लिए 3 सदस्यी कमेटी का गठन किया गया है, जिसके आदेश भी देर रात जारी कर दिए गए हैं. इस आदेश में उज्जैन जिले में हुई घटना का जिक्र करते हुए बताया गया है, कि भोपाल जिले में भी संचालित मेडिकल स्टोर, शराब की दुकान एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ऐसे पदार्थों के विक्रय की संभावना हो सकती है. इसलिए भोपाल में अवैध रूप से 'डिनेर्चड स्प्रिट' युक्त दवा एवं पदार्थों के विक्रय की जांच के लिए इस नई समिति का गठन किया जा रहा है. ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है.
कलेक्टर द्वारा बनाई गई कमेटी में संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी जिला भोपाल, सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र जैन एवं औषधि निरीक्षक को शामिल किया गया है. भोपाल कलेक्टर ने भोपाल पुलिस और सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र जैन को संपूर्ण भोपाल की जिम्मेदारी सौंपी है, इसके अलावा औषधि निरीक्षक जिला भोपाल को भी प्रभाराधीन क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है.
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