भोपाल।लॉकडाउन की वजह से वापस गांव लौटे प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत मजदूरी उपलब्ध कराने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने श्रम सिद्धि अभियान का शुभारंभ किया है.
अभियान के तहत घर-घर सर्वे कर बाहर से आने वालों का जॉब कार्ड बनाया जाएगा और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. सर्वे के काम में ग्राम पंचायत सहायक तक को लगाया गया है.
अभियान के तहत बेहतर काम करने वाले सरपंचों को पुरस्कृत किया जाएगा. अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाहर से आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को संबल योजना से भी जोड़ा जाएगा.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्किल्ड लेबर को अलग से काम दिया जाएगा. यदि किसी ने प्राइवेट व्यक्ति से कर्जा लिया है, तो वह दादागिरी से पैसा वसूल नहीं कर पाएगा.
बेहतर काम करने वाले सरपंच होंगे सम्मानित
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अप्रैल से मई तक 1 हजार एक सौ ग्यारह करोड़ रुपए की राशि अलग-अलग मदों में मजदूरों को जारी की गई है. इसमें से 700 करोड़ की राशि सिर्फ मजदूरी की दी गई है. मनरेगा के तहत 21 लाख लोगों को हर रोज रोजगार मिल रहा है.
सीएम शिवराज ने कहा कि श्रम सिद्धि अभियान के तहत सबसे बेहतर काम करने वाले सरपंचों को सम्मानित किया जाएगा. जो सरपंच सबसे ज्यादा कार्ड बनाएगा, सबसे ज्यादा लोगों को मजदूरी देगा, गुणवत्तापूर्ण काम कराएगा और उपयोगी काम कराएगा.
उन्हें पहले पुरस्कार के रूप में दो लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार वाले को एक लाख रुपए और तीसरा पुरस्कार पाने वाले को 50 हजार रुपए दिया जाएगा. सीएम शिवराज ने हिदायत देते हुए कहा कि मनरेगा के काम मशीनों से ना कराए जाएं और काम ऐसा हो जो लंबे समय तक गांव के काम आए.
कोरोना से बचाव के इंतजाम करें
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सरपंचों से चर्चा करते हुए कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 15 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन करके रखें, लेकिन उनके साथ मानवीय व्यवहार रखा जाए. इस बीमारी से बचाव के लिए गांव में लोगों को जागरूक करें और एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाकर रखें.
सीएम शिवराज ने कहा कि कई गांव में जागरूकता शहरों से ज्यादा दिखाई दी है. कई गांव को लोगों ने सील कर दिया है ताकि बाहर के लोग गांव में दाखिल न हो सकें.