भोपाल। कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए पूरा देश लॉकडाउन का सामना कर रहा है. राजधानी भोपाल के घरों में गंदगी ना फैले और कचरा इकट्ठा ना हो. इसके लिए डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले सफाई कर्मचारी जी जान लगाकर अपने काम में जुटे हुए हैं. सफाई कर्मचारियों का मानना हैं कि बीमारी से जंग जीतने के लिए साफ सफाई जरूरी है. जिनके घरों पर सफाई कर्मचारी कचरा लेने जा रहे हैं, वह उन्हें दुआएं दे रहे हैं.
संकट की इस घड़ी में सफाई कर्मचारी कर रहे हैं दिन रात मेहनत, लोग दे रहे हैं दुआएं - कलेक्शन
संकट की इस घड़ी में राजधानी भोपाल के घरों में रुके लोगों के यहां कचरा इकट्ठा ना हो. इसके लिए डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले सफाई कर्मचारी जी जान लगाकर अपने काम में जुटे हुए हैं. सफाई कर्मचारियों का मानना हैं कि बीमारी से जंग जीतने के लिए साफ सफाई जरूरी है.
संकट की इस घड़ी में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी जान की परवाह ना कर लोगों को महफूज करने और आवश्यक सेवाएं देने में दिन-रात जुटे हुए हैं. चाहे वो स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक हो या फिर पुलिस विभाग के कर्मचारी या अन्य आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी हो, लॉकडाउन की इस परिस्थिति में अपनी सेवाएं देकर आम आदमी के जीवन को कठिनाइयों से मुक्त कर रहे हैं.राजधानी भोपाल में लोग अपने घरों में रुके हुए हैं और इन परिस्थितियों में घरों में रोजाना की अपेक्षा कचरे की मात्रा बढ़ रही है. लेकिन लोगों को घर में इकट्ठे हो रहे कचरे की चिंता करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि साफ सफाई का अमला लॉकडाउन में अपने घरों में ना रूक कर लोगों के जीवन को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने में लगा हुआ है. जिसे देखकर लोग उनकी इस सेवा की सराहना कर दुआएं दे रहे हैं.
सफाई कर्मचारी अशोक कुमार कहते हैं कि लॉकडाउन में हम लोग इसलिए काम कर रहे हैं. क्योंकि साफ सफाई जरूरी है. गंदगी से ही बीमारी फैलती है. हम लोग पहले की तरह काम कर रहे हैं. ताकि लोग महफूज रहें.वहीं अयोध्या बायपास इलाके में रहने वाली निशी मैथ्यू सफाई कर्मचारियों के सेवा भाव से काफी प्रभावित हैं. निशी मैथ्यू कहती है कि इस वक्त में इन लोगों का यहां आना और हम लोगों का कचरा इकट्ठा करके ले जाना सराहनीय है, हम इनका अभिनंदन करते हैं. ईश्वर से प्रार्थना करूंगी कि इनके जीवन में कोई दिक्कत नहीं आए.