भोपाल| मध्यप्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी बारिश ने कई जिलों में जमकर तबाही मचाई है. इस अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय सर्वे दल मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) अपने निवास पर केंद्रीय सर्वे दल (Central survey team) के साथ बैठक कर रहे हैं. केंद्रीय सर्वे दल को प्रेजेंटेशन के माध्यम से अतिवर्षा की वजह से खराब हुई फसलों की जानकारी दी गई है.
सीएम ने की जांच दल के साथ की बैठक मिली जानकारी के अनुसार अतिवृष्टि से प्रदेश में बाढ़ के कारण हुई क्षति का आंकलन करने के लिये केंद्रीय दल शुक्रवार को होशंगाबाद, देवास, रायसेन और सीहोर जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी.
केंद्रीय दल भारत सरकार के संयुक्त सचिव आशुतोष अग्निहोत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं. बताया जा रहा है कि यह केंद्रीय जांच दल शुक्रवार और शनिवार को प्रभावित जिलों के उन गांव तक पहुंचेगा, जहां नुकसान हुआ है और प्रभावितों से सीधे चर्चा करेगा.
बारिश को लेकर दी गई जानकारी
देवास में सामान्य से 39 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
सीहोर में सामान्य से 37 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
इंदौर में सामान्य से 34 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
छिंदवाड़ा में सामान्य से 32 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
रायसेन में सामान्य से 28 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
भोपाल में सामान्य से 29 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
आगर मालवा में सामान्य से 26 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई.
इसके साथ ही सरकार ने बाढ़ अतिवृष्टि से फसलों के नुकसान के साथ ही बाढ़ अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त मकानों की भी जानकारी दी. प्रदेश सरकार द्वारा अतिवृष्टि और बाढ़ के दौरान एनडीआरएफ आर्मी द्वारा किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में 13, 344 लोग रेस्क्यू किए गए. सरकार की तरफ से अतिवृष्टि और बाढ़ के दौरान उज्जैन, देवास, इंदौर, खरगोन, खंडवा, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा, निवाड़ी, नरसिंहपुर, बालाघाट छिंदवाड़ा और सिवनी से कुल 22546 लोग का रेस्क्यू किया गया है. वहीं 231 राहत शिविर स्थापित किए गए.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय जांच दल से चर्चा करते हुए बताया कि, अगस्त माह में अतिवृष्टि और बाढ़ से 24 जिलों में लगभग 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान का आकलन है. करीब 17 लाख किसान प्रभावित हुए. सीएम शिवराज ने केंद्रीय टीम से कहा कि मैंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है. नुकसान बहुत हुआ है और लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की आवश्यकता है. हमारी सरकार ने फौरन राहत देने के हर संभव प्रयास किए हैं. आप भी विस्तृत निरीक्षण करें. लोगों से मिले और उनके हुए नुकसान की रिपोर्ट प्रस्तुत करें.
बता दें अगस्त महीने में प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ था. जिसमें फसलों के नुकसान के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए थे और सरकार ने लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली थी. कई लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया था और अब केंद्र से सर्वे दल भोपाल पहुंची है, जो अब इन क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आंकलन कर अपनी रिपोर्ट केंद्र को देगी.