भोपाल। मध्यप्रदेश में 3 नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इससे पहले राजनीतिक पार्टियां ताबतोड़ जनसभाएं कर रही हैं. वहीं सभा को संबोधित करते हुए नेता भाषा की मर्यादा भी भूलते जा रहे हैं. रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी प्रत्याशी और महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को 'आइटम' कह कर संबोधित किया. जिसके बाद बीजेपी कमलनाथ पर हमलवार हो गई है. इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को बीजेपी ने प्रदेशभर में मौन व्रत किया. भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री विश्वास सारंग सहति बीजेपी के तमाम नेताओं ने मौन धरना किया.
भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा पर, और ग्वालियर में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा फूलबाग में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौन व्रत किया. जबकि प्रदेश भर में बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता 10 बजे से 12 बजे तक 2 घंटे के लिए मौन व्रत रखा. बीजेपी ने धरना स्थल पर कांग्रेस नेत्री मीनाक्षी नटराजन, हेमा मालिनी, सांसद रीती पाठक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी का फोटो लगाकर प्रदर्शन किया है. इसके साथ ही कमलनाथ की टिप्पणी को लेकर बीजेपी चुनाव आयोग में शिकायत कर चुकी है. बीजेपी ने चुनाव आयोग से मांग कि है, कि इस टिप्पणी के बाद कमलनाथ के प्रचार-प्रसार पर प्रतिबंध लगाया जाए.
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कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी