भोपाल। पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत शर्मा का सोमवार देर निधन हो गया. उन्होंने चिरायु अस्पताल में अंतिम सांस ली. लक्ष्मीकांत शर्मा का कोरोना के चलते निधन हुआ है. इसके साथ ही वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. लक्ष्मीकांत शर्मा के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुःख प्रकट किया है. सीएम शिवराज सिंह ने टवीट कर कहा कि 'मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को यह वज्राघात सहने की क्षमता दें'.
व्यापम घोटाले में सामने आया था नाम
2013 में बहुचर्चित व्यापम घोटाले में लक्ष्मीकांत शर्मा का नाम सामने आया था. जिसके बाद लक्ष्मीकांत शर्मा राजनीतिक परिदृश्य से गायब हो गए थे. 2013 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मीकांत शर्मा को BJP ने टिकट नहीं दिया था. लेकिन उनकी जगह, उनके भाई उमाकांत शर्मा को सिरोंज से चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन उमाकांत शर्मा को कांग्रेस के उम्मीदवार ने चुनाव हरा दिया था.
1993 से राजनैतिक पारी की शुरूआत
लक्ष्मीकांत शर्मा पहली बार 1993 में पहली बार विधायक चुने गए थे. इसके बाद 1998, 2003 और 2008 में सिरोंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक बनते रहे.