भोपाल।सेना के प्रति लोगों और बच्चों का रुझान कैसे बढ़े और वह अपनी सेना को कैसे समझे, इसके लिए भारतीय वायुसेना ने अपने 91वें स्थापना दिवस पर एयर शो का आयोजन किया गया. पानी के ऊपर पहली बार ये शो यहां हुआ. जिसमें लड़ाकू विमानों ने भोपाल के बड़े तालाब पर करतब दिखाए, तो देश प्रेम का संदेश देती आकृतिया भी बनाई. जिससे पूरा का पूरा वातावरण विमान की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. सेना के विमान में सूर्य किरण विमान ने गिरते हुए तारों का प्रदर्शन किया, यहां बैठे दर्शक तालियां बजाते रहे. सारंग विमान ने दिल के आकार की आकृति धुएं के माध्यम से बनाई और डायमंड का शेप भी उसे दिया. तेजस भी कहां पीछे रहने वाला था, तेजस विमान जैसे ही गुजरे और त्रिशूल की आकृति बनाई तो देखने वाले देखते ही रह गए.
सूर्य किरण डायमंड रिंग का शेप में नजर आया:चिनूक हेलीकॉप्टर जब तालाब के ऊपर पहुंचे तो उन्होंने कुछ मिनट के लिए अपनी पोजीशन को भी होल्ड करके रखा. इसके साथ ही 9 सूर्य किरण विमान 6000 से भी अधिक ऊंचाई पर डायमंड रिंग का शेप बनाते हुए नजर आए. तो तेजस विमान ने अपनी स्पीड के साथ हवा में अटखेलिया की और दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया. तो आकाशगंगा हेलीकॉप्टर की टीम ने वहीं से पैराशूट के माध्यम से स्काई डाइविंग की.
रोमांचित हो उठे दर्शक: इस एयर शो को देखने के लिए मध्य प्रदेश और भोपाल के साथ ही देश भर से भी कई लोग आए हुए थे. यहां कुछ लोग हाथों में तिरंगा लेकर आए तो कुछ लोग भारत माता की जय जयकार करते हुए नजर आए. इनका कहना था कि ''उनके लिए यह अलग ही अनुभव है, जिसको देखकर यह रोमांचित होते हैं.'' वहीं आम लोगों के साथ ही छोटे बच्चे भी इस शो को देखने बड़ी संख्या में पहुंचे थे. इनका कहना था कि इनको यह शो काफी पसंद आया है, वहीं, एनसीसी के कैडेट्स भी इस शो को देखने पहुंचे. कोमल नाम की कैडेट का कहना था कि ''उन्हें यह शो रोमांचित करता है और सेना के प्रति वह भी अग्रसर हो और सेना में भर्ती हो इसके लिए मोटिवेट भी करता है.'' वहीं अन्य एनसीसी कैडेट कनक कहती है कि ''उनका शुरू से ही सपना था कि वह सेना में जाएं, इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की है यह एयर शो देखकर काफी गर्व होता है.''
एयर शो में कुल 50 विमान शामिल:भोपाल बेस कैंप और यहां के पायलट एयर मार्शल विभास पाण्डेय ने बताया कि ''इस एयर शो में कुल 50 विमान शामिल हुए, जिसमें अधिकतर आगरा, ग्वालियर और गाजियाबाद से ही विमान को लॉन्च किया गया. वहीं इनका बेस कैंप बनाया गया है. जबकि भोपाल में भी कुछ विमान ने यहाँ से उड़ान भारी. जिसमें तेजस, सूर्य किरण, सारंग, मिराज, जेगुवार जैसे विमान शामिल रहे.''
विमान के बारे मे:भोपाल के बड़े तालाब पर हुए इस एयर शो में सबसे पहले चिनूक विमान यहां प्रदर्शन के लिए आए. जिसमें ऊपर की ओर दोनों तरफ पंखे लगे हुए थे. जिसके माध्यम से यह उड़ान भरते हैं. 4 चेतक विमान और 3 किरण एमके2, विमान यहां तालाब के ऊपर से गुजरें, जिसमें तिरंगा झंडा लहराता हुआ नजर आया. जबकि चार चेतकों के ऊपर से गुजरने वाले 3 किरण विमान से तिरंगे कलर का धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया. यह विमान भोपाल एयर बेस से उड़े.
चेतक और सूर्य किरण विमान की खूबी:चेतक विमान में दो पायलट और पांच लोग आसानी से बैठ सकते हैं. इसकी उपयोगिता यात्री परिवहन के लिए की जाती है, खोज एवं बचाव के दौरान भी इसका उपयोग किया जाता है. सर्च ऑपरेशन में भी इसकी उपयोगिता होती है. सूर्य किरण विमान हवा में रंगों की खूबसूरती बिखेरता है. 600 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यह उड़ान भरते हैं.