भोपाल।राजधानी में एम्स अस्पताल में द्वितीय दीक्षांत समारोह मनाया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार मौजूद रहीं. यहां इन्होंने छात्रों को 64 स्वर्ण पदक प्रदान किए. इसमें 40 एमबीबीएस और 24 बीएससी नर्सिंग कोर्स के स्टूडेंट थे. साथ ही छात्रों को डिग्रियां भी प्रदान की गईं. अपने उद्बोधन में भारती ने कहा कि ''झीलों के शहर राजा भोज की नगरी भोपाल में आकर मैंने अपने कॉलेज के दिनों को याद कर लिया. यहां पहुंचकर मुझे वही एनर्जी मिल रही है जो कॉलेज के दिनों में मिलती थी.
समाज के प्रति बढ़ा उत्तरदायित्व:राज्य मंत्री भारती ने कहा कि ''दीक्षांत समारोह जिम्मेदारी का एहसास कराता है. एक चरण से जब हम दूसरे चरण पर जाते हैं तब भी आप स्टूडेंट्स ही रहते हैं लेकिन हमारा रोल ज्यादा रिस्पांसिबल हो जाता है. दीक्षांत समारोह की परंपरा में सिखाया जाता है कि हम अपने जीवन को दीक्षा के लिए समर्पित करेंगे. समाज के प्रति हमारा उत्तरदायित्व है कि हमें उसके प्रति काम करने के लिए एक दिशा मिलेगी.''
पीएम का किया बखान:राज्य मंत्री भारती ने कहा ''जब डॉक्टर के रूप में आप समाज में जाएंगे तब आपको समाज की सेवा करने का मौका मिलेगा. आपको समाज के इस ऋण को चुकाने का अवसर मिलेगा. इसलिए मैं कहती हूं चिकित्सा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना करना सीखें. कई लोग कहते हैं प्रधानमंत्री तो काम करते हैं, छुट्टी नहीं लेते. हम तो उन्हें करीब से देखते हैं और हमें भी अचरज होता है कि वह करते कैसे हैं. तो उन्होंने एक बार हमसे कहा जब काम करके दिन खत्म होता है. उस काम में जो आनंद होता है वह कल के काम के लिए और ऊर्जा देता है. तो थकान का तो सवाल ही नहीं उठता. इस ऊर्जा के साथ वह भारत माता की सेवा कर रहे हैं.''