भोपाल। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मरने वालों का आंकाड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राजधानी में लकड़ी की कमी से जूझते श्मशान घाटों को पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने 21 ट्रक लकड़ी पहुंचाने का कार्य किया है, कोरोना काल में इस महामारी के चलते बहुत से लोग लगातार काल के गाल में समाते जा रहे हैं. यहां भदभदा विश्राम घाट पर सबसे अधिक कोरोना से मृत लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. हालांकि, 9 अप्रैल से भदभदा में विद्युत शव गृह भी शुरू हो गया है.
3 दिनों में पहुंचाई 21 ट्रक लकड़ी
कोरोना महामारी की वजह से काफी संख्या में संक्रमित लोगों की मौत हो रही है. इस संकट के समय में मुख्य अस्पताल हमीदिया, जिला चिकित्सालय 1250, चिरायु अस्पताल, एम्स अस्पताल, जेके अस्पताल, इत्यादि में कोरोना संक्रमण से लगातार मौतें हो रही हैं. सभी मृतकों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत भदभदा विश्राम घाट में किया जा रहा है. ऐसे में यहां लकड़ियों की काफी कमी का सामना करना पड़ रहा है. इस संकट के समय मे आलोक शर्मा ने लगातार 3 दिनों में 21 ट्रक लकड़ी न केवल भदभदा विश्राम घाट पहुंचाने का काम किया बल्कि, स्वयं अपने सहयोगियों के साथ वहां पहुचकर ट्रक से लकड़ियों को उतरवाया.
संकट में मदद ही सहारा
आलोक शर्मा ने कोरोना कर्फ्यू के चलते लगातार यह व्यवस्था बनाए रखने की बात कही है. उन्होंने कहा, इस महामारी के चलते काफी लोगों ने अपने स्वजनों को खो दिया है, काफी लोग अस्पतालों में इस बीमारी से लड़ रहे हैं. ऐसे में लोगों का संयम टूट रहा है. ऐसी स्थिति में एक दूसरे की मदद करना और अपने आप को सुरक्षित रखना और अपने लोगों को सुरक्षित रखना ही सबसे बड़ी मानव सेवा है.