भिंड। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से लगातार मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन ये मौतें कोरोना की वजह से नहीं बल्कि अस्पताल प्रबंधन और सीएमएचओ डॉक्टर अजीत मिश्रा की लापरवाही वजह से हुई हैं, जिसका आरोप पीड़ित परिवार ने लगाया है. रविवार रात एक महिला ने सिर्फ इसलिए दम तोड़ दिया, क्योंकि खत्म हुई ऑक्सीजन का सिलेंडर स्टॉफ ने यह कहते हुए नहीं बदला की जब तक CMHO नहीं कहेंगे, तब तक वे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बदलेंगे. इसके बाद सीएमएचओ अस्पताल पहुंचे, लेकिन वह मंत्री ओपीएस भदौरिया की आवभगत में लगे रहे. कई बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया. नतीजा यह हुआ कि महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद डॉक्टर अजीत मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर देर रात 12 बजे तक परिजन शव के साथ बैठे रहे. परिजनों की मांग और कांग्रेस प्रवक्ता की दखलंदजी के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. तीन घंटे बाद एक और बुजुर्ग ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया.
स्टाफ ने कहा- सीएमएचओ के कहने पर बदलेंगे सिलेंडर
गढ़ीगांव में रहने वाले दशरथ प्रजापति की मां की तबियत अचानक रविवार को बिगड़ गई थी. उन्हें तत्काल भिंड लाया गया था. पेट दर्द के साथ सांस लेने में उन्हें तकलीफ होने लगी थी. कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें शाम छह बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑक्सीजन लगाई गई थी, लेकिन आधे घंटे बाद ही ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया था. जब दशरथ ने स्टाफ से ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के लिए कहा, तो एक नर्स ने सिलेंडर बदलने से मना कर दिया. नर्स ने उनसे यह कहा कि जब तक CMHO डॉक्टर अजीत मिश्रा नहीं कहेंगे, तब तक सिलेंडर नहीं बदल पाएंगे. इसके बाद दशरथ द्वारा कई बार CMHO डॉक्टर को कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. डेढ़ घंटे तक ऑक्सीजन नहीं लग पाने की वजह से महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.