भिंड।देश में जीएसटी को आसान बनाने, पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ आज देशभर के व्यापारियों ने भारत बंद किया . भिंड में भी इसका मिला-जुला असर देखने को मिला. भारत बंद के असर का ईटीवी भारत ने भिंड में जायजा लिया
बंद का दिखा मिला जुला असर
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए नए बजट के बाद जीएसटी में किए गए बदलाव और नए नियमों को लेकर व्यापारी विरोध में उतर आए हैं.व्यापारियों ने एक दिवसीय भारत व्यापार बंद का ऐलान किया. भिंड में भी इसका मिलाजुला असर देखने को मिला है. भिंड के मुख्य बाजार में जहां 40% दुकानें खुली रही. कुछ रेहड़ी और हथठेला कारोबार खुला दिखा. ज्यादातर उन व्यापारियों ने बंद का समर्थन किया, जिन्हें जीएसटी भरना होता है.
GST के नए नियमों का विरोधभिंड के गोल मार्केट में लगभग 80 फीसदी बंद नजर आया. व्यापारियों का मानना हे, कि केंद्र सरकार ने जीएसटी के नियमों में कई बार बदलाव किए हैं. व्यापारियों ने हमेशा इसका समर्थन किया है. अब नए नियमों में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनकी वजह से छोटे व्यापारियों को काफी परेशानी होने वाली है. एक सर्राफा व्यापारी ने बताया कि सरकार ने नए नियम में यह शर्त रखी है, कि अबसे ऑनलाइन जीएसटी का रिटर्न तुरंत भरना होगा. इसका मतलब है कि, अगर कोई भी ग्राहक दुकानदार से सामान खरीदता है और उस पर जीएसटी लेता है, तो उसे तुरंत ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अपडेट करना होगा. यह अवधि पहले 3 महीने की थी.
GST के विरोध में व्यापारियों का बंद, नीमच में दिखा मिलाजुला असर
छोटे व्यापारियों पर पड़ेगा अतिरिक्त बोझ
कुछ लोगों का मानना है कि छोटे व्यापारियों को अभी तक ऑनलाइन माध्यमों की जानकारी नहीं है. उनके लिए मुसीबत बढ़ जाएगी. लोगों को लैपटॉप, इंटरनेट खरीदना होगा. छोटे व्यापारी जितना पैसा कमाते हैं , वो पूरा इस जीएसटी में खर्च हो जाएगाा. ऐसे में सरकार को नए नियमों में बदलाव कर वापस तीन महीने वाला रिटर्न ही जारी रखना चाहिए. कई व्यापारियों का यह भी कहना था कि हम इतने पढ़े लिखे नहीं हैं कि ऑनलाइन लैपटॉप या कंप्यूटर का उपयोग कर लें.
नए नियमों के पक्ष में नहीं हैं व्यापारी
कुछ व्यापारियों को ये भी डर है, कि समय पर जीएसटी रिटर्न नहीं भरने पर सरकार संपत्ति कुर्क जैसी कार्रवाई करने की तैयारी में भी है. इस तरह के नियमों को लेकर व्यापारियों में आक्रोश है.