भिंड।शनिवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भिंड प्रवास पर ज़िले को जानता को बिजली परियोजना की सौग़ात देने आए थे, इस दौरान उनके भाषण के बीच एक एक्स आर्मी मेन ने सिंधिया से मुलाकात करने की मांग करते हुए हंगामा किया था. केंद्रीय मंत्री ने उससे इंतजार करने और कार्यक्रम के बाद मुलाकात का करने का आश्वासन भाषण के दौरान ही दे दिया था.
सिंधिया ने बुलाकर सुनी थी समस्या:जब कार्यक्रम समाप्त हुआ तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मंच से रवाना होने लगे, लेकिन इस बीच किसी ने याद दिलाया तो केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने पीड़ित अरुण सिंह को बुलाया. उसने मुलाकात के दौरान सिंधिया के सामने अपनी समस्या रखते हुए कहा कि "भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रमेश दुबे ने मेरी जमीन पर कब्जा कर रखा है और उनसे मेरी जान को खतरा है." उस दौरान रमेश दुबे भी मौके पर मौजूद थे, ऐसे में वे इस बात को गलत ठहराने लगे, लेकिन जब पीड़ित ने अपनी जमीन के कागजात और पूर्व में की गई शिकायतों की फाइल उन्हें दिखायी तो उसे सिंधिया ने मदद का आश्वासन दिया.
सिंधिया के करीबी नेता ने किया जमीन पर कब्जा:पीड़ित पूर्व सैनिक अरुण सिंह ने बताया कि "जहां मेरी जमीन है, वहीं पास में रमेश दुबे का भी मकान है. रमेश दुबे के द्वारा मेरी जमीन पर अवैध कब्जा कर स्थाई निर्माण कर लिया गया है, इसकी शिकायत मैंने तत्कालीन कलेक्टर इलैया राजा से भी की थी, कार्रवाई भी हुई, लेकिन अवैध निर्माण नहीं हट सका. कई बार गुहार लगाने के बाद भी रमेश दुबे सीमांकन नहीं कराते हैं, ना ही हमारे द्वारा कराए गए सीमांकन को मानते हैं."