बैतूल। कन्या महाविद्यालय में मिशन रानी की शुरुआत की गई, जिसमें शिविर के माध्यम से एनिमिक छात्राओं के खून की जांच की गई और एनीमिया के प्रति छात्राओं को जागरुक भी किया गया.
स्वास्थय विभाग, जिला अस्पताल और राष्ट्रीय युवा योजना ने साथ मिलकर मिशन रानी (रिडक्सन ऑफ एनीमिया केसेस एंड इम्प्रूवमेंट इन एडोलसेंट हेल्थ ) की शुरुआत बैतूल के कन्या महाविद्यालय से की. जहां जाकर छात्राओं के खून की जांच की गई.
एनीमिया की रोकथाम के लिए होगी खून की जांच डॉ. अंकिता सीते ने बताया कि शिविर में छात्राओं के हीमोग्लोबिन की जांच की जा रही है, साथ ही प्रदेश में पहली बार बैतूल जिले में सुपरवाइजर सप्लीमेंटेसन कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. जिसके तहत हफ्ते में दो बार छात्राओं को शिक्षकों द्वारा क्लास में आयरन की गोली खिलाई जाएगी और 6 महीने में एक बार एलपेंडजोल खिलाई जाएगी. वहीं सभी कॉलेजों को हर महीने एक रिपोर्ट तैयार करके स्वास्थ्य विभाग को देना है, ताकि एनीमिया को रोका जा सके.
कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल का कहना है कि इस प्रकार के आयोजनों से छात्राओं में हीमोग्लोबिन की कमी की जानकारी मिलती रहेगी और छात्राओं को एनीमिया मुक्त किया जा सकेगा.