बैतूल। घोड़ाडोंगरी से कांग्रेस विधायक के बीजेपी में शामिल होने की लंबे समय से चर्चा चल रही है, जिसके बाद बीजेपी ने उनसे कार्यालय का उदघाटन करवाया, लेकिन जब इस गलती का अहसास हुआ तो बवाल मच गया. इस बीच उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि बीजेपी में शामिल होने के लिए 50 करोड़ रुपये का ऑफर मिला था. इस मामले में अब विधायक धरने पर बैठ गए हैं.
वह सीईओ पर कार्रवाई की मांग सहित फोटो और वीडियो वायरल करने का आरोप लगा रहे हैं. घटना शाहपुर जनपद परिसर की है, जहां मुख्यमंत्री मदद योजना के तहत बीजेपी सांसद डीडी उइके और कांग्रेस विधायक ब्रह्मा भलावी को बर्तन और सामग्री वितरण करना था. इसी कार्यक्रम के बाद जनपद पंचायत की 18 दुकानों का लोकार्पण होना था. लोकार्पण के उपरांत वहां मौजूद बीजेपी सांसद और कांग्रेस विधायक से एक शटर में लगा फीता कटवाया गया. इसी जगह पर बीजेपी मंडल के बैनर और पोस्टर लगे हुए थे. फीता काटने के बाद कांग्रेस विधायक करीब 20 मिनट तक उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद रहे, जब उन्हें इस गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने रवानगी कर ली.
इस बीच वहां मौजूद विधायक समर्थक और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा की बीजेपी नेताओं से तू-तू मैं-मैं हो गई. कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि अगर वह सच बता देते तो विधायक को वहां जाने नहीं दिया जाता. इस दौरान खुद कांग्रेस विधायक बह्मा भलावी ने कहा कि वह कॉम्प्लेक्स की ओपनिंग में गए थे, जहां उन्हें धोखे से ले जाया गया. पहले ही बीजेपी में शामिल होने के लिए 50 करोड़ का ऑफर दिया गया था. अगर अब भी पैसे दोगे तो भी नहीं आऊंगा. मैं एक बाप का औलाद हूं.
धरने पर बैठे विधायक
इस मामले में बवाल मचने के बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ जनपद कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए. इस दौरान पुलिस को एक आवेदन भी दिया है, जिसमें लिखा गया है कि साजिश कर दुकान में बीजेपी का बैनर लगवाया गया है. साथ ही फोटो खींचकर वायरल की गई. इसी संबंध में सीईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.