बड़वानी। आजादी के दशकों बाद भी प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में लोग बिजली से मरहूम हैं, सरकार वैसे तो घर-घर बिजली पहुंचाने के दावे करती है, वहीं कई योजनाएं संचालित हैं. किंतु कहीं ठेकेदार की लापरवाही तो कहीं बजट के चलते कई परिवार अभी भी रात को अंधेरे में सोने को मजबूर हैं. इसके इतर बिजली विभाग द्वारा ऐसे लोगों को बिजली के बिल थमा दिए गए, जिनके यहां मीटर ही नहीं लगे हैं. बिना मीटर बिजली के बिल दिए जाने से नाराज ग्रामीणों ने विद्युत मंडल का घेराव कर प्रदर्शन किया है.
जिले के सेंधवा विकासखंड अंतर्गत जुलवानिया के पास पानवा गांव के ग्रामीण 24 घंटे बिजली प्रदाय से अभी भी वंचित हैं. वहीं सालों से खेती के लिए दी जा रही बिजली से 10 घंटे बिजली ग्रामीणों को मिल रही है, वह भी चोरी छुपे या अधिकारियों की मिलीभगत के चलते. केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना के चलते देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने के सरकारी दावे यहां फुस्स नजर आते हैं, क्योंकि यह गांव राष्ट्रीय राजमार्ग से लगा हुआ है इसके बावजूद यहां तक बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है.