बालाघाट। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों और कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्य के बीच अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवा को मध्यप्रदेश परिवहन आयुक्त द्वारा 21 मार्च से31मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. जिससे दोनों राज्यो के आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि ऑटो, टैक्सी वाले तय किराए से चौगुना किराया वसूल कर मध्यप्रदेश की सीमा से तीन किलोमीटर पहले ही यात्रियों को उतार रहे हैं.
बालाघाट: महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति
बालाघाट में महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की जांच के नाम पर चैक पोस्ट पर महज खानापूर्ति हो रही है.
गैरजिम्मेदाराना रवैया: महाराष्ट्र से आने वालों को बिना RTPCR मिल रही एंट्री
जहां से यात्री पैदल चलकर रजेंगाव चेकपोस्ट पार कर मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर अपने अपने घर पहुंच रहे हैं. गौरतलब हो कि इन यात्रियों में बूढ़े, बच्चे, महिला और बीमार लोग भी शामिल हैं. जिन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य की सीमा पर अन्य राज्यों से आये लोगों की जांच के लिए केवल खानापूर्ति की जा रही है, जहां राजस्व विभाग के अमले को इंट्री करने और टेम्परेचर नापने के लिए बैठा दिया गया है. सवाल यह है इस खाना पूर्ति से कोरोना मध्यप्रदेश में प्रवेश नहीं करेगा या कोरोना के नाम पर गरीब, लाचार देश की जनता यूहीं सरकार के नुमाइंदों के तर्कहीन आदेशों के कारण परेशान होती रहेगी.