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प्रदीप जायसवाल ने किया 'अपनी दुकान' का लोकार्पण, कौशल विकास के तहत सिलाई मशीनें कीं वितरित

बालाघाट में मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने वन विभाग द्वारा बनाए गए खरीदी केंद्रों की 'अपनी दुकान' का लोकार्पण किया. साथ ही उन्होंने कौशल विकास कार्यक्रम के तहत सिलाई मशीनें भी वितरित कीं.

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Published : Sep 5, 2019, 3:37 PM IST

प्रदीप जायसवाल

बालाघाट। मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने वन विभाग द्वारा वन उत्पादों की खरीदी के लिए वारासिवनी में नवनिर्मित 'अपनी दुकान' का लोकार्पण किया. वहीं वन परिक्षेत्र नगझर में ग्रीन इंडिया मिशन के अंतर्गत कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 10 सिलाई मशीनों का वितरण किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण वन समितियों के सदस्य और वन अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.

प्रदीप जायसवाल ने किया 'अपनी दुकान' का लोकार्पण

कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे, सीसीएफ एनके सनोडिया, डीएफओ एए अंसारी, एसडीओ अमित पटौदी, वन परिक्षेत्र अधिकारी डीसी वासनिक मुख्य रूप से उपस्थित रहे. मौके पर मौजूद मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में आम जनता ने जो बदलाव किया है, उसके अनुरूप हमारी सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के उद्देश्य से कार्य कर रही है.

तेंदूपत्ता को कांग्रेस की देन बताते हुए खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस दिए जाने से उनकी आर्थिक स्थिति में बेहद सुधार हुआ है. तेंदूपत्ता संग्राहकों के भुगतान की प्रक्रिया में सरलीकरण कर नगद भुगतान की व्यवस्था की गई, जिसका संग्राहकों को सीधा लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जंगलों से वन उत्पाद इकट्ठा कर उसे बेचकर जीवनयापन करने वाले लोगों को उनकी मेहनत का वास्तविक लाभ मिल सके, इसी उद्देश्य से खरीदी के लिए अपनी दुकान का शुभारंभ किया गया है. जिससे ग्रामीणों के रोजगार में लगे होने से जंगल भी सुरक्षित रहेंगे.

खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने वन अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण अंचलों में ग्रामीण त्योहारों और अन्य पारिवारिक आयोजनों में अपनी खेतों से जलाऊ लकड़ी कटवाते हैं. कई बार वन अधिकारियों द्वारा इन लकड़ियों को पकड़ लिया जाता है, जिससे हमारे ग्रामीणों को परेशानी होती है. इस समस्या के हल के लिए कौन सी लकड़ियां प्रतिबंधित हैं, किसकी कटाई पर शासन ने रोक लगाई है, वन अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों के माध्यम से इस संबंध में जानकारी का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, ताकि आम लोग परेशान नहीं हों.

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