मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

केमिकल न मिलने से नहीं हो पा रही ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति

एमपी के अनूपपुर में ऑक्सीजन प्लांट को केमिकल उपलब्ध न होने के चलते प्लांट ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. कंपनी का कहना है कि इस संदर्भ में कई बार शासन प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

oxygen crisis in mp
ऑक्सीजन की किल्लत

By

Published : Apr 22, 2021, 7:53 PM IST

अनूपपुर। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में ऑक्सीजन की खपत बढ़ने के साथ ही इसकी पर्याप्त आपूर्ति न मिल पाने से प्रतिदिन मरीजों की मौत हो रही है. वहीं दूसरी ओर जिले के जैतारण जनपद अंतर्गत ग्राम कोटा टोला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन को पर्याप्त मात्रा में केमिकल उपलब्ध न हो पाने के कारण जिले में पर्याप्त मात्रा में इसकी आपूर्ति प्लांट नहीं कर पा रहा है. यदि केमिकल की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में मिल जाए तो संभाग को ऑक्सीजन के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा.

प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत.

500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग की है क्षमता
जैतहरी जनपद के ग्राम कोटा टोला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन 30 किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट है. जहां प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग क्षमता इस प्लांट की है. जहां ऑक्सीजन रिफलिंग में उपयोग होने वाले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के लिए प्लांट संचालक को भिलाई नागपुर उड़ीसा तथा गुजरात के केमिकल सप्लायर पर प्लांट निर्भर है.

इस वक्त भी नहीं आई जागरूकता
ऑक्सीजन प्लांट के संचालक भास्कर मिश्रा के द्वारा बताया गया कि इस समस्या की जानकारी बीते दिनों कलेक्टर के प्लांट आगमन पर उन्हें दी गई थी. इसके साथ ही प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह को भी संचालक ने जानकारी देते हुए ऑक्सीजन के लिए केमिकल उपलब्ध कराने की मांग की थी. इसके बाद भी अब तक कोई भी सार्थक पहल न हो पायी है.

Hamidia Hospital: ऑक्सीजन प्लांट का रियल्टी चेक

टैंकर मिलने से दूर हो सकती है आधी समस्या
ऑक्सीजन प्लांट संचालक ने बताया कि लिक्विड टैंकर के लिए नोएडा के सुपर क्रायोनिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को अक्टूबर माह में ही निर्धारित राशि जमा करते हुए इसे प्रदान करने की मांग की गई थी, जो कि अभी तक कंपनी को नहीं मिल पाया है. यदि यह लिक्विड कंपनी को मिल जाए तो ऑक्सीजन की समस्या कम हो जाएगी. छह महीने बीत जाने के बाद भी यह कंपनी को नहीं मिल पाया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details