आगर-मालवा।जिले के कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक कमल सिंह राठौर और उनके साथियों ने एक अभिनव पहल की है. उन्होंने अस्पताल से निकलने वाले प्लास्टिक की वेस्ट बॉटल का यूज थाने में लगे पेड़-पौधों को जीवित रखने के लिए ड्रिप सिस्टम में किया है. थाना परिसर में लगे पेडों की सिंचाई अब ड्रिप सिस्टम से की जाती है.
बेजान होते पौधों को बचाने के लिए 'खाकी वाले डॉक्टर' चढ़ा रहे ड्रिप
आगर-मालवा के कोतवाली में पौधों को हरा-भरा रखने के लिए प्लास्टिक की वेस्ट बॉटल का यूज कर ड्रिप सिस्टम की मदद से पानी दिया जा रहा है.
कोतवाली परिसर में बारिश के समय ही पौधरोपण किया गया था. परिसर में ट्यूबवेल या कुएं जैसी व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं होने के चलते पौधों को जीवित रखना पुलिसकर्मियों के लिए चुनौती थी, लेकिन इस चुनौती से निपटने का उपाय उन्होंने ढूंढ़ निकाला है. कुछ दिनों तक जैसे-तैसे पानी की व्यवस्था की गई थी, लेकिन ज्यादा परेशानी होने पर सब हताश होने लगे. इस बीच कमल सिंह ने पौधों को जीवित रखने के लिए ड्रिप सिस्टम तैयार करने के लिए साथियों से चर्चा की. जिसके बाद सभी ने मिलकर परिसर में मौजूद दर्जनों पौधों को ड्रिप लगाकर जीवित किया.
सभी पुलिसकर्मी जिला अस्पताल से अनुपयोगी प्लास्टिक बॉटल और आइवी सेट लेकर आए और सबको पौधों पर बांध दिया, जबकि बारी-बारी से सभी पुलिसकर्मी पौधों पर लगी बॉटल में पानी डालते हैं. पुलिसकर्मियों ने ये प्रयोग करीब एक माह पहले किया था, जिससे अब सभी पौधे हरे-भरे हो गए हैं. साथ ही पुलिसकर्मी पौधों को संरक्षित रखने के लिए समय-समय पर कृषि विशेषज्ञों से राय लेकर उर्वरक भी देते रहते हैं.