आगर मालवा। किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं लेती. कभी बीज के लिए मारामारी, कभी भारी बारिश से फसल खराब हो जाना और कभी अच्छी फसल के लिए यूरिया खाद का ना मिलना. पूरे प्रदेश में यूरिया के संकट ने किसानों को लाइनों में खड़ा कर रखा है. आगर मामवा में भी लोग एमपी-एग्रो के गोदाम में घंटो लाइनों में खड़े रहते हैं, भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि मारामारी के हालत बन जाते हैं. लेकिन फिर भी उन्हें यूरिया नसीब नहीं होता है.
दो बोरी खाद के लिए लाइनों में गुजर रहा पूरा दिन, अन्नदाता बहा रहा आंसू - कतार
आगर मालवा जिले में खाद की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. खाद वितरण केंद्रों पर सैकड़ों की तादाद में किसान कतारों में खड़े हैं. बावजूद इसके उन्हें समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है.
किसानों को 2 बोरी खाद पाने के लिए किसानों को खासी मशक्कत करनी पड़ती है. खाद कम होने की वजह से रोज सैकड़ों किसान खाली हाथ लौट रहे हैं. बता दें कि खेतों में फसलों के लिए अब खाद की बहुत जरुरत है. वहीं किसानों को समय पर खाद नहीं मिलने से फसल की पैदावार पर बुरा असर पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि वे महीनों से एग्रो के चक्कर लगा रहे हैं. एक बार नहीं कई बार पावती देने पर उन्हें खाद नहीं मिल रहा
कृषि विभाग के अधिकारी हरिनारायण जाटव ने बताया कि किसानों को खाद दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि कुछ किसान खाद मिलने के बावजूद कतार में खड़े हो जाते हैं. ऐसे में खाद वितरण में समस्याएं आ रही हैं.