आगर मालवा। शहर के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने के 4 माह बाद बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद हड्डी रोग विशेषज्ञ पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से शिकायत की है.
यह है मामला
आगर मालवा। शहर के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने के 4 माह बाद बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद हड्डी रोग विशेषज्ञ पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से शिकायत की है.
यह है मामला
गोविंद पिता अर्जुन गुर्जर 15 वर्ष निवासी जिंगाखो का 4 माह पूर्व ट्रैक्टर ट्राली से गिरने के बाद पैर फ्रेक्चर हो गया था. तब बच्चे के परिजनों ने शहर के एक निजी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ से बच्चे का इलाज करवाया. जहां डॉक्टर ने बच्चे के ऑपरेशन की सलाह परिजनों को दी. उसके बाद निजी अस्पताल में ही संबंधित बच्चे का ऑपरेशन किया गया.
ऑपरेशन के बाद बच्चा लगातार बीमार रहने लगा और पैर दर्द से परेशान रहने लगा. परिजनों ने बच्चे को संबंधित डॉक्टर को दिखाया, लेकिन डॉक्टर बराबर बच्चे का इलाज नहीं कर पाया. ऐसे में बच्चे के परिजन उसे इंदौर और अहमदाबाद भी इलाज के लिए ले गए. जहां जांच के बाद बच्चे को बोन कैंसर बताया गया. परिजनों का आरोप है आगर में डॉक्टर ने जो ऑपरेशन किया है, उसमें उच्च क्वालिटी के स्टील की रॉड और प्लेट लगाने की बजाय लोहे के सामानों का उपयोग किया है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है.
बता दे कि बच्चे की मौत बुधवार को हुई थी. शुक्रवार को जब बच्चे की अस्थियां लेने परिजन गए तो उन्हें बच्चे के पैर में लगी रॉड भी मिली. जब इन्हें चुम्बक से लगाया गया तो सभी धातु चुम्बक से चिपक गई. उसी के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी से इसकी शिकायत की है.