उज्जैन। अधिकांश सब्जियों में उपयोग होने वाली हरी मिर्च के दाम तीखे होते जा रहे हैं, उज्जैन में कीमत 200 रुपए किलो तक पहुंच गई है. जहां पहले सब्जी विक्रेता अन्य सब्जियों के साथ हरी मिर्च मुफ्त में डाल दिया करते थे, अब उसी मिर्च को खरीदने से लोगों का बजट बिगड़ रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह मध्यप्रदेश में मिर्च की कम आवक बताई जा रही है. वहीं गर्मी में ठंडक देने वाला नींबू 180 रुपए किलो तक बिक रहा है.
उज्जैन में 200 रुपए किलो मिर्च के दाम
घरों में पकने वाले खानों में हरी मिर्ची नहीं डालें तो मुंह का स्वाद नहीं आता. पर मुंह को तीखा कर देने वाली हरी मिर्च जेब को हल्का कर रही है. देश सहित प्रदेश में बीते दो माह से लगातार हरी मिर्च महंगी हो रही है, लेकिन उज्जैन में हरी मिर्च के दाम 200 रुपए किलो तक पहुंच गए, जिससे आमजन परेशान हो रहे हैं. सब्जी मार्केट में भी खरीदारी करने आए लोग भावों को देखकर उल्टे पांव लौट जाते हैं.
बारिश के चलते कम हुई पैदावार
सब्जी मंडी के थोक विक्रेता विजय ने बताया कि, उज्जैन में 20 से 30 रुपए किलो बिकने वाली मिर्ची थोक भाव में दो महीने से 100 रुपए किलो में बिक रही है. प्रदेश के कुक्षी में सबसे ज्यादा मिर्ची होती है. इस साल कई इलाकों में बारिश होने की वजह से पैदावार कम हुई है, जिस वजह से हरी मिर्च दक्षिण के राज्यों में आने लगी. इसके वजह से मालवा सहित कई क्षेत्रों में दामों में उछाल आ गया. उज्जैन में होशंगाबाद, हरदा और नागपुर कोटा से मिर्ची की आवक हो रही है, लेकिन मांग से कम मिर्च आने के कारण भाव बढ़े हुए हैं.